फरीदाबाद। सुबह की सैर और व्यायाम के लिए निकले कुछ युवाओं ने शुक्रवार तड़के कांत एंक्लेव के जंगलों में एक शेरनी देखी है। बच्चों की सूचना पर पहुंचे लगभग दो दर्जन लोगों ने भी मौके पर किसी खतरनाक जानवर के गुर्राने की आवाजें सुनी हैं। हालांकि उन लोगों को शेरनी दिखाई नहीं दी है। इस मामले से लोगों में दहशत आ गई है।
Lioness seen in the forests of Kant Enclave in Faridabad, stirred up in people
कांत एनक्लेव के जंगल के पास इस समय काफी संख्या में लोग जमा है। इनमें से एक व्यक्ति नागेंद्र ने बताया कि उसका भांजा कुणाल अपने कुछ साथियों के साथ सुबह दौड़ लगाने और व्यायाम करने के लिए निकला था। जब कांत एंक्लेव के जंगलों के पास पहुंचा, तो उसे एक शेरनी दिखाई दी।
नागेंद्र ने बताया कि उन्होंने भांजे की बात को बच्चा समझ कर और जानकारी लेने की कोशिश की, तो भांजे ने बताया कि उस जानवर का रंग हल्का मिट्टी के रंग का था जैसा कि शेरों का होता है और उसके शरीर पर धारियां बनी हुई थी।
कीकर के जंगलों में ही दिखी थी शेरनी
नागेंद्र के अनुस इसके बाद वे लगभग दो दर्जन लोगों को लेकर मौके की तरफ पहुंचे मौके। जब वे इलाके की छानबीन कर रहे थे, तभी उन्हें जंगलों की तरफ से शेर जैसी गुर्राने की आवाजें सुनाई दीं। वहां खड़े सभी लोगों ने यह आवाजें सुनी।
नागेंद्र ने बताया कि इसके बाद वे सभी सावधान हो गए और सुरक्षित दूरी पर खड़े हो गए।
उन्होंने बताया कि इसके बाद उन्होंने पुलिस और वन्य प्राणी विभाग के अधिकारियों को सूचित किया, किंतु कई घंटे बीत जाने के बावजूद मौके पर कोई नहीं पहुंचा है।
कुछ दिनों पहले एक महिला ने ग्रीन फील्ड कॉलोनी में भी एक तेंदुआ देखा था। इसके बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने काफी छानबीन की थी, किंतु कोई सुराग हाथ नहीं लगा था।
इससे पहले जाजरू और सागरपुर क्षेत्रों में भी तेंदुआ और शेर देखे जाने की घटनाएं सामने आई हैं। एक वीडियो फुटेज भी वायरल हुई थी, जिसमें एक जंगली जानवर जाता हुआ दिखाई पड़ रहा है।
एक ग्रामीणों महिला ने दावा किया है कि उसके हाथ पर तेंदुआ ने पंजे मारे हैं।
इसके अलावा पलवल और हथीन में भी शेरनी दिखी है।
पलवल में एक भैंस के पेट में जख्म के निशान पाए गए हैं हालांकि पुलिस और वन कर्मियों ने उसे किसी जंगली जानवर के निशान मानने से इनकार कर दिया है।
हथीन में बृहस्पतिवार को शेर देखा
समीपवर्ती गांव मंडौरी के जंगल में शेर की सूचना मिलने पर ग्रामीणों में हड़कंप मच गया।
इस गांव के सुमित पुत्र खजान सिंह ने कथित रूप से जंगल में शेर को देखा था।
सूचना मिलने पर हथीन थाना प्रभारी सत्यनारायण, मिंडकौला चौकी इंचार्ज मनोज कुमार मय पुलिस बल के मौके पर पहुंच गए और वन्य प्राणी विभाग के अधिकारी चरण सिंह को सूचित किया।
वन्य प्राणी विभाग की टीम भी मौके पर पहुंच गई।
पुलिस और वन्य प्राणी विभाग की टीम ने संयुक्त रूप से सर्च अभियान चलाकर शेर की खोजबीन की, लेकिन कई घंटे बीत जाने के बाद भी शेर नजर नहीं आया।
खेतों में मृत जानवर के 2 कटे हुए पैर व खून के निशान अवश्य नजर आए।
इसके बारे में संभावना व्यक्त की जा रही है कि ये पैर किसी नील गाय के बच्चे के हैं।