फरीदाबाद। दीपावली पर प्रतिबंध के बावजूद आतिशबाजी का रोमांच कई लोगों को भारी पड़ा। आतिशबाजी के दौरान जरा सी असावधानी के चलते कुछ लोगों का हाथ जल गया तो कुछ का चेहरा झुलस गया। जिले में नागरिक सहित निजी अस्पतालों में करीब 50 मामले पटाखों से जलने के आए हैं। नागरिक अस्पताल में दीपावली की मध्य रात्रि से रविवार दोपहर तक पटाखों से झुलसने के करीब 25 मामले पहुंचे। इसके अलावा इतने की मरीज निजी अस्पतालों की इमरजेंसी में पहुंचे हैं। गनीमत की बात यह रही कि कोई बड़ा झुलसने का मामला नहीं आया।
50 people scorched in Faridabad’s Diwali
Faridabad. Despite the ban on Deepawali, the thrill of fireworks was overwhelming to many. During fireworks, some people got burnt due to little carelessness and some got scorched. About 50 cases of firecrackers have been reported from private hospitals including civilians in the district. Around 25 cases of firecrackers were reported in the civil hospital from the midnight of Deepawali to Sunday afternoon. Apart from this, so many patients have reached the emergency of private hospitals. It is a matter of honor that there was no big scorching case.
इसके अलावा पटाखों के धुएं की वजह से अस्थमा के मरीजों को सांस लेने में परेशानी हुई है और कई लोगों के एलर्जी की शिकायत हुई थी। नागरिक अस्पताल की इमरजेंसी में सांस एवं एलर्जी वाले करीब 15-20 लोग इलाज के लिए पहुंचे। इन सभी को प्राथमिक उपचार देकर घर भेज दिया गया।
स्वास्थ्य विभाग ने किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए आठ एंबुलेंस नागरिक अस्पताल अस्पताल में तैनात की थी, जबकि जिले के प्रमुख स्वास्थ्य केंद्रों में एक-एक एंबुलेंस तैनात की। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. रणदीप सिंह पूनिया ने बताया कि इस बार कम पटाखे चले हैं। इसके चलते कोई भी गंभीर जलने का मामला नहीं है।