फरीदाबाद-पलवल और रेवाड़ी में कोरोना संक्रमितों के घूमने-फिरने पर सख्त पाबंदी लगाई

फरीदाबाद। अतिरिक्त मुख्य सचिव स्वास्थ्य विभाग हरियाणा राजीव अरोड़ा ने कहा कि कोविड-19 के संक्रमण के पोजिटिव केसों को जरूरत अनुरूप परामर्श करके आईसोलेशन सेंटर या होम क्वॉरेंटाइन करें। किसी भी मरीज की कोरोना पॉजिटिव रिपोर्ट आने पर उसका बाहर घूमना-फिरना बंद कर दें तथा उसे होम क्वॉरेंटाइन कर दें।

Faridabad – Palwal and Rewari have strict restrictions on the movement of corona infected

एसीएस बृहस्पतिवार को स्थानीय लघु सचिवालय के बैठक कक्ष में फरीदाबाद, पलवल और रेवाङी जिलो में कोविड-19 संक्रमण से बचाव के लिए किए जा रहे प्रबंधों की समीक्षा कर तीनों जिलों के अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दे रहे थे।

सरकारी तथा प्राइवेट संस्थानों में हो जांच

उन्होंने कहा कि जब से प्रदेश में कोविड-19 के संक्रमण से बचाव के लिए मरीजों को सर्विलांस पर लेना शुरू किया है, तब से मुख्यालय द्वारा हर जिला की प्रतिदिन रिपोर्ट ली जा रही है।

सभी जिलों में जमीनी स्तर पर एसडीएम, बीडीपीओ तथा तहसीलदारों से सर्वे की रिपोर्ट ली जाए।

सर्वे कार्य के लिए एएनएम, जीएनएम, आशा वर्कर, आँगनबाङी वर्कर और आंगनबाड़ी सहायकों की पांच टीमों पर एक सुपरवाइजर है तथा 50 टीमों पर एक मेडिकल अफसर लगाया जाए।

इन टीमों के माध्यम से कोविड-19 के संक्रमण से चिन्हित लोगों को मोबाइल टीमों द्वारा आइसोलेट का प्रबंध करवाना सुनिश्चित करें।

उन्होंने कहा कि सभी सरकारी तथा प्राइवेट संस्थानों में लोगों की प्रारंभिक स्वास्थ्य जांच अवश्य करवाना सुनिश्चित करें।

उन्होंने फ्लू केसिज के बारे में कहा कि तीनों जिलों में हर रोज दिल्ली तथा पड़ोसी प्रान्तों और दूसरे जिलों से आने वाले लोगों को चिन्हित करके उन्हें यलो कार्ड दें तथा उन लोगों को केंद्र सरकार की आईसीएमआर की कोविड-19 की हिदायतों के अनुसार उनके घरों में ही रहने के निर्देश दे और उनकी ट्रेवलिंग हिस्ट्री अवश्य रखें।

जिन लोगों मंे कोरोना वायरस के संक्रमण दिखाई दें, तो उनका टेस्ट करवाना सुनिश्चित करें।

आरोग्य सेतु एप सहित स्वास्थ्य विभाग की अन्य एप पर वास्तविक स्थिति बारे भी सभी जिले पूरी रिपोर्ट अपडेट रखें।

साथ ही हाट स्पाट एरिया पर पहले ही हर रोज नियमित कार्य शुरू कर दें।

टेस्टिंग अधिक से अधिक की जाए

स्वास्थ्य विभाग के आईएएस अशोक कुमार मीणा ने कहा कि फरीदाबाद जिला में कोरोना की टेस्टिंग अधिक से अधिक की जाए।

किसी भी एरिया में कोरोना पॉजिटिव मरीज मिलने पर वहाँ कंटेनमेंट जोन जल्द बनाए जाएं।

कोविड-19 के पोजिटिव केस जो घरों में आइसोलेटिड है, उनके पास स्वास्थ्य विभाग की टीमें अवश्य जाना सुनिश्चित करें।

आरडब्लूए सदस्यों के सहयोग से उनकी पूरी निगरानी रखें।

दो हजार बैडों की व्यवस्था

मंडल आयुक्त संजय जून ने कहा कि तीनों जिलों में प्रशासन, पुलिस व स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी बेहतर तालमेल के साथ कोविड-19 के संक्रमण से बचाव के लिए कार्य कर रहे हैं।

फरीदाबाद जिला में सरकार द्वारा जारी हिदायतों के अनुसार दो हजार बैडो की व्यवस्था अलग से की गई है।

इनमें एक हजार बैड बच्चों के लिए अलग से बनाए गए हैं।

जिला में जिस भी एरिया में कोरोना पॉजिटिव मरीज मिलते हैं, वहां पर तुरंत कंटेनमेंट जोन बना दिए जाते हैं।

शासन की ओर से विभिन्न माध्यमों से लोगों को जागरूक किया जा रहा है तथा जरूरी सावधानी बरतने बारे अपील की जा रही है।

हाट स्पाट एरिया की पूरी निगरानी

पुलिस आयुक्त ओपी सिंह ने कहा कि फरीदाबाद में प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा कोविड-19 के बचाव बारे काबिल-ए-तारीफ कार्य किया जा रहा है। अच्छा कार्य करने पर परिणाम भी सकारात्मक आएंगे।

उन्होंने कहा कि जिस घर में किसी सदस्य को सर्दी, खांसी, जुकाम, बुखार आदि के लक्षण दिखाई दे तो तुरंत उनकी पहचान करना सुनिश्चित किया जाता है।

लोगों को मानसिक रूप से तैयार करने के लिए उन्हें जरूरी सावधानियों के बारे में जागरूक किया जा रहा है।

कोविड-19 के संक्रमण के बचाव बारे बेहतर कार्य करने वाले लोगों को राष्ट्रीय पर्व और सार्वजनिक स्थानों पर सम्मानित किया जाएगा।
हाट स्पाट एरिया पर पूरी निगरानी रखी जा रही है।

जरूरतमंद कोविड सेन्टरों में

उपायुक्त यशपाल ने फरीदाबाद जिला में कोविड-19 के संक्रमण के बचाव के लिए प्रशासन द्वारा किए गए प्रबंधों बारे विस्तार पूर्वक जानकारी दी।

उन्होंने बताया कि फ्लू चौलेंज पर प्रशासन गम्भीरता के साथ कार्य कर रहा है।

लोगों की गत मई माह से ही क्लीनिक ओपीडी शुरू कर दी गई थी।

जरूरत के अनुसार जिला कोविड-19 के संक्रमण के टेस्ट करवाए जा रहे हैं।

कोरोना वायरस के पोजिटिव केसों के उपचार के लिए जरूरतमंद लोगों को कोविड सेन्टरों में रखा जा रहा है और सरकार की हिदायतों के अनुसार घरों में भी आइसोलेट किया जा रहा है।

लोगों हाऊस हेल्थ सर्वे किया जा रहा है।

इसके लिए गत 9 व 10 जुलाई को मानीटरिंग अधिकारियों, सैक्टर अधिकारियों, एरिया कमाण्डर तथा इन्सीडेटं कमाण्डर को अलग अलग आठ बैच बनाकर प्रशिक्षण दिया गया है।

सर्वे टीमों से जिला के सभी सीएचसी लेवल पर सप्ताहिक बैठक करके फीड बैक लिया जा रहा है ।

बैठक में नगर निगम के आयुक्त यश गर्ग, सीईओ स्मार्ट सिटी डाक्टर गरिमा मित्तल, एसीईओ कुमारी मोनिका ने जिला में कोविड-19 के संक्रमण के बचाव के बारे में किए प्रबंधों की जानकारी दी।

डीजी हेल्थ डाक्टर एसबी कम्बोज ने भी समीक्षा कर अधिकारियों को निर्देश दिये।

बैठक में उपायुक्त पलवल नरेश कुमार, उपायुक्त रेवाड़ी यशेन्द्र सिंह, डीसीपी हैडक्वाटर राजेश दुग्गल, एडीसी रेवाङी राहुल हुड्डा, सीटीएम बैलीना, पलवल शुगर मिल के निदेशक डाक्टर नरेश कुमार, मेडिकल कालेज ईएसआईसी के डीन डाक्टर असीम दास सहित तीनों जिलों के जिला चिकित्सा अधिकारी तथा कोविड-19 के नोडल अधिकारी उपस्थित थे।

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