Faridabad : भारतीय किसान यूनीयन (अ) के राष्ट्रीय अध्यक्ष चौ. ऋषिपाल अम्बावता ने केन्द्र की तानाशाह भाजपा सरकार पर अंकुश लगाने के लिए ने जिला उपायुक्त के माध्यम से भारत के महामहिम राष्ट्रपति श्री रामनाथ कोबिंद जी के नाम ज्ञापन सौंपते हुए डीजल, पैट्रोल की बेलगाम कीमतों पर रोक लगाने, किसान, मजदूर और कर्मचारी का प्राईवेट अस्पतालों में कोरोना का उपचार निशुल्क कराने की मांग करते हुए लिखित मांग पत्र सौंपा।
Farmers devastated by rising prices of diesel, petrol: Ambavata
अम्बावता ने यहां मीडिया से बातचीत में भाजपा सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा केन्द्र सराकर की कार्यशैली राजाशाही हकूमतों जैसी है। जिस प्रकार एक निरंकुश तानाशाह राजा जनमत की मांग और जरूरतों की परवाह नहीं करता। वह केवल अपने मनकी करते हुए जनता के ऊपर टैक्स पर टैक्स लगाकर खुश होता है। ठीक उसी प्रकार हमारे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी का रवैया है। वह जनता को कभी नोट बंदी लगाकर परेशान करते हैं, तो कभी डीजल-पैट्रोल के दाम बढाकर देश के किसान, मजदूर और कमेरे वर्ग को दुखी करके खुश होते हैं।
उन्होने सरकार को आडे हाथ लेते हुए कहा पहले देश के प्रधानमंत्री और गृहमंत्री ने भारत की जनता को कोरोना महामारी से मरने के लिए धकेल दिया, और अब चीन तथा पाक से युद्ध की आग में झौंक रहे हैं। उन्होने कहा देश की सेना में भाजपा के नेताओं का कोई रिश्तेदार या बेटा नहीं मरेगा बल्कि देश के मूलनिवासियों के बच्चे मारे जाएंगे।
उन्होने कहा यह परेशान करने वाली बात है कि दुनियां के बाजार में कच्चे तेल की कीमतें बहुत कम हैं, जबकि सरकार निरंतर डीजल-पैट्रोल के दाम बढाए जा रही है।
उन्होने कहा केन्द्र सरकार अपने बहुमत के कारण घमंड में आ गई है और भूल गई है कि इस देश में सरकार जनता चुनती है, और तानाशाही सदा नहीं रहती।
अम्बावता ने कहा केन्द्र की भाजपा सरकार की गलत नीतियों के कारण आज देश का किसान, मजदूर और कर्मचारी बहुत दुखी है। वैश्विक महामारी कोरोना ने भारत के लोगों को बेेरोजगार कर दिया है। लोग उपचार न होने से मौत के मुहाने पर आ खडे हुए हैं। जनता अपने आपको बेसहारा तथा हताश महसूस कर रही है। देश का अमीर वर्ग तो प्राईवेट अस्पतालों में अपना उपचार कराकर स्वस्थ्य हो रहा है, मगर किसान, मजदूर और कर्मचारी वर्ग पैसा और उपचार न होने के कारण मर रहा है। गरीब वर्ग सरकारी अस्पतालों में अपना उपचार कराने पर मजबूर हैं, जहां असुविधाओं और बदईंतजामी के कारण उनको केवल मौत मिलती है। देश में कोरोना से अब तक 6 लाख से ज्यादा लोग संक्रमित और 18 हजार से ज्यादा लोग अकाल मृत्यू को प्राप्त हो चुके हैं, जो चिंता का विषय है। इसलिए हमारी मांग है कि देश के सभी प्राईवेट अस्पतालों में कोरोना का टैस्ट और उपचार निशुल्क किया जाए।
अम्बावता ने कहा सरकार के गलत फैसलों के कारण देश मौत का घर बन गया है। जिस समय देश का हाल खराब है, उसी समय भाजपा सरकार ने डीजल के दाम पैट्रोल से ज्यादा कर दिए। इसके कारण माल वाहक वाहनों का किरया दोगुना हो गया है। डीजल मंहगा होने के कारण किसानों की खेती के कामों की लागत बढ़ गई है। देश का किसान पहले ही अधिक लागत और कम आमदनी के चलते आत्म हत्याएं कर रहा था। उसके ऊपर सरकार का तेल कर कीमतें बढाना देश की जनता को लूटने और मरने के लिए छोड देने जैसा है। देश में बेरोजगारी, मंहगाई, भ्रष्टाचार और भुखमरी पहले से अधिक बढ़ गई है। जबकि देश की जनता का विश्वास सरकार पर कम हुआ है। उन्होने कहा उत्तर प्रदेश और हरियाणा की सरकारेें किसानों को हाईकोर्ट के फैसलों के बावजूद मुआवजा नहीं देती। किसान को रोटी के लाले पडे हैं। युवाओं को कोई नौकरी नहीं इस कारण देश में तेजी से अपराध बढ रहे हैं।
अम्बावता ने कहा केन्द्र की भाजपा सरकार देश को चलाने में पूरी तरह नाकाम साबित हुई है। देशवासियों के अच्छे दिन लाने वाली भाजपा ने देश को सैकडों साल पीछे धकेल दिया है। देश का अन्नदाता किसान भाजपा की वायदा खिलाफी से बेहद नाराज है। इसलिए राष्ट्रपति जी भाजपा की तानाशाह सरकार पर अंकुश लगाकर जनता को विश्वास दिलाएं कि भारत एक लोकतांत्रिक देश है, और यहां किसी भी सरकार का जनविरोधी कार्य सहन नहीं किया जाएगा।
अम्बावता ने कहा भारतीय किसान यूनियन (अ) के माध्यम से पूरे देश का किसान भाजपा की केन्द्र सरकार से लगातार किसानों के हितों में अपनी पांच मांगों को रखता आया है। इन मांगों की ओर भी सरकार ने कोई ध्यान नहीं दिया उन्होने कहा हमारी पहली मांग है देश का किसान तभी खुशहाल होगा जब पूरे देश का किसान कर्जा मुक्त होगा 2. किसानों को डीजल पर सब्सीडी मिले 3. बुढापा पैंशन 5 हजार मिले 4. किसान आयोग का गठन हो 5. स्वामी नाथन रिपोर्ट सी-2 के आधार पर लागू हो, और किसानों की आर्थिक स्थिति सुधारने के लिए केन्द्र सरकार आर्थिक पैकेज दे।
इस मौके पर धीर सिंह चंदेला (बदोली),जिला अध्यक्ष , सुन्दर नागर नीमका, प्रदेश सचिव, धर्मवीर बूढ़ेना ,जिला महासचिव, तेजी भाटी अमीपुर,जिला सचिव, रविन्दर कसाना समेत जिले के सकडौ किसान मौजूद थे।