हरियाणा की पूर्व सांसद का कोरोना से निधन

चंडीगढ़। हरियाणा की पहली महिला सांसद और पुडुचेरी की पूर्व उप राज्यपाल चंद्रावती का रविवार को रोहतक के पीजीआई में निधन हो गया। वह 92 साल की थीं। उनकी कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई थीं। इसलिए चिकित्सकों की टीम द्वारा उनके पैतृक गांव डालावास में राजकीय सम्मान के साथ पूर्व सांसद का अंतिम संस्कार किया गया। इस दौरान कई नेता व गणमान्य लोग अंतिम यात्रा में शामिल हुए।

Former MP from Haryana dies from Corona

Chandigarh. Chandravati, the first woman MP from Haryana and former Lt. Governor of Puducherry, died at the PGI in Rohtak on Sunday. She was 92 years old. His corona report came positive. Therefore, the former MP was cremated with state honors by his team of doctors at his native village, Dalwas. During this, many leaders and dignitaries participated in the last ritual.

पूर्व विधायक रणवीर मंदोला, पूर्व विधायक धर्मपाल ओबरा, पूर्व विधायक छतर सिंह घिराय, युवा कांग्रेस जिलाध्यक्ष अनिल धनखड़, अमन डालावास, अरूण धनखड़, पूर्व सरपंच करतार, विशाल पटवारी, सीटीएम सुरेश कुमार, डीएसपी अनिल डुडी व नायब तहसीलदार शेखर कुमार अंतिम संस्कार में शािमल हुए।

चंद्रावती को पांच नवंबर को अस्पताल में भर्ती कराया गया था। चंद्रावती लंबे समय से बीमार चल रही थीं।

चंद्रावती चरखी दादरी जिले की रहने वाली थीं।

पूर्व सांसद का जन्म 3 सितंबर 1928 को दादरी जिले के गांव डालावास में हुआ था।

उन्होंने संगरूर से स्नातक की डिग्री हासिल की थी।

दिल्ली विश्वविद्यालय से एलएलबी की डिग्री हासिल की।

चंद्रावती ने पहला विधानसभा चुनाव बाढड़ा सीट पर 1954 में लड़ा और जीत हासिल की थी।

जीत के बाद विधायक दल की नेता बनी थीं।

जनता पार्टी की भी नेता रह चुकीं चंद्रावती 1977 में हरियाणा की पहली महिला सांसद बनीं।

पूर्व सांसद चंद्रावती ने 70 के दशक में जनता पार्टी की ओर से भिवानी संसदीय सीट पर चुनाव लड़कर प्रदेश के पूर्व सीएम बंसीलाल को करारी शिकस्त दी थी। इसके बाद उन्हें राज्य की पहली महिला सांसद बनने का गौरव प्राप्त हुआ था।

बाद में वह कांग्रेस में शामिल हो गईं और 1990 में पुडुचेरी की उपराज्यपाल के रूप में कार्य किया।

चंद्रावती ने अपने पूरे जीवन में कुल 14 चुनाव लड़े, जिसमें कई संसदीय सचिव, विधायक, राज्य मंत्री, सांसद और उप राज्यपाल रहीं, लेकिन उनके मन में हमेशा सीएम नहीं बनने की टीस रही।

चंद्रावती हरियाणा की पहली महिला सांसद के साथ-साथ पहली महिला विधायक भी थीं।

दिल्ली विश्वविद्यालय से कानून की पढ़ाई करने वाली चंद्रावती ने विधायक बनने के बाद शिक्षा को बढ़ावा देने का प्रयास किया तथा गांवों में स्कूलों की स्थापना की।

चंद्रावती ने चौ. चरण सिंह के साथ लंबे समय तक जनता पार्टी में काम किया था।

चंद्रावती का मानना था कि बीते दशकों के दौर में राजनीति स्वच्छ वह स्पष्टवादीता थी अब के दौर में राजनीति सिर्फ भ्रष्टाचार, वंशवाद, स्वार्थ की राजनीति रह गई है।

राजनीति के साथ समाजसेवा

चंद्रावती के निधन पर प्रदेश भर के नेताओं ने शोक संवेदना व्यक्त की।

हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने पुडुचेरी की पूर्व उपराज्यपाल चंद्रावती के निधन पर गहरा दुख एवं शोक व्यक्त कर पीड़ित परिवार के प्रति हार्दिक समवेदना जताई है।

उन्होंने कहा कि चंद्रावती ने अधिवक्ता, विधायक और सांसद रहते हुए गरीब समाज के लिए संघर्ष किया। वे महिला सशक्तिकरण की अनुकरणीय उदाहरण थीं।

उन्होंने कहा कि वह राजनीति के साथ समाजसेवा के कार्यों में भी समान रूप से भागीदारी करती थीं।

उन्होंने चंद्रावती को भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित करते हुये शोक संतप्त परिवार के प्रति गहरी समवेदना प्रकट की।

सार्वजनिक जीवन में गहरा शून्य

पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने उनके निधन पर शोक व्यक्त किया। अपने शोक संदेश में, हुड्डा ने कहा, चंद्रावती जी के निधन से राष्ट्रीय स्तर पर और हरियाणा दोनों जगहों पर हमारे सार्वजनिक जीवन में गहरा शून्य पैदा हो गया है।

उन्होंने कहा, ‘‘उनकी ईमानदारी, कर्मठता और सेवा की भावना उनकी पहचान थी। उन्होंने कानूनविद्, विधायक, सांसद और फिर पुडुचेरी की उपराज्यपाल के रूप देश की सेवा की।’’

हुड्डा ने कहा कि चंद्रावती के साथ उनके करीबी पारिवारिक संबंध थे, जिन्होंने उनके पिता स्वर्गीय रणबीर सिंह हुड्डा के साथ काम किया था।

सदा याद रखा जाएगा

कांग्रेस पार्टी के महासचिव और मुख्य प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने कहा कि कांग्रेस की वरिष्ठ नेता के निधन की खबर सुनकर उन्हें गहरा दुख हुआ है।

सुरजेवाला ने एक ट्वीट में कहा, ‘‘कांग्रेस की वरिष्ठ नेता व पूर्व उप राज्यपाल चन्द्रावती जी के निधन की खबर से अत्यन्त दुख हुआ। उन्होंने एक कुशल राजनेत्री के तौर पर प्रदेश की लम्बी सेवा की जिसके लिए उन्हें सदा याद रखा जाएगा।’’

कांग्रेस नेता और राज्यसभा सांसद दीपेंद्र सिंह हुड्डा ने भी उनके निधन पर शोक व्यक्त किया।

दीपेंद्र ने ट्वीट किया, ‘‘हरियाणा की पहली महिला विधायक, विपक्ष की नेता, पहली महिला सांसद, पूर्व उप-राज्यपाल व वरिष्ठ कांग्रेस नेता चन्द्रावती जी के निधन का समाचार दुरूखद है। दिवंगत आत्मा को भावभीनी श्रद्धांजलि एवं परिजनों, समर्थकों के प्रति गहरी संवेदनाएँ।’’

 

Related posts