फरीदाबाद। मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि कोरोना महामारी से निपटने के लिए प्रदेश सरकार हर संभव प्रयास कर रही है। इसी कड़ी में फरीदाबाद के छांसया गांव में वर्षों से बंद पड़े गोल्ड फील्ड मेडिकल कॉलेज को हरियाणा सरकार ने टेकओवर कर लिया है। 24 घंटे के अंदर यहां 100 ऑक्सीजन बैड का अस्पताल तैयार करने का काम शुरू कर दिया जाएगा।
Medical college closed in Chhayasa, takeover, 100 oxygen bed hospital to be built in two days, Army will treat: Manohar Lal
मुख्यमंत्री मनोहर लाल सोमवार को मेडिकल कॉलेज का दौरा करने के बाद पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। इससे पहले उन्होंने मेडिकल कॉलेज में अधिकारियों के साथ व्यवस्थाओं को लेकर मीटिंग भी की।
मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि जैसे-जैसे कोरोना के मरीज बढ़े हैं तो अस्पतालों के उपर दवाब भी बढ़ा है। ऑक्सीजन को लेकर भी कुछ कठिनाई आ रही थी और इसमें हमने समस्या का हल निकाला है। उन्होंने कहा कि लिक्विड ऑक्सीजन की बजाए रेसियस फोर्म में हमें ऑक्सीजन मिल जाएगी और इससे हम पानीपत और हिसार में दो 500-500 बैड के अस्पताल डीआरडीओ की मदद से तैयार करने जा रहे हैं। आज इन दोनों स्थानों का निरीक्षण भी किया गया है।
उन्होंने कहा कि हम चाहते हैं कि मेडिकल कॉलेजों में भी बिस्तरों की संख्या बढ़े और इसके लिए हम कार्य कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि इन्हीं मेडिकल कॉलेजों में एक यह फरीदाबाद के छायसां में है। यह मेडिकल कॉलेज किन्हीं कारणों से बंद हो गया था लेकिन अब सरकार ने इसे टेकओवर कर लिया है। हम इस अस्पताल में तुरंत 100 बैड ऑक्सीजन के साथ तैयारी कर रहे हैं। इसमें डॉक्टरों का स्टाफ आर्मी का स्टाफ पालमपुर से आएगा।
उन्होंने कहा कि अगले दो से तीन दिन में हम इस अस्पताल को शुरू कर देंगे। प्रदेश के अस्पतालों में दवाओं के व्यवस्था को लेकर पूछे गए एक सवाल के जवाब में मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि प्रदेश में दवाओं की कोई कमी नहीं है। रेमेडेसेवियर इंजेक्शन की सरकारी अस्पतालों में कोई कमी नहीं है और प्राईवेट अस्पतालों में कुछ दिक्कत आई है। इसके लिए प्राईवेट अस्पतालों के लिए भी डीलर्स की देखरेख सरकार ने शुरू कर दी है। प्रदेश में ऑक्सीजन की व्यवस्था को लेकर मुख्यमंत्री ने कहा कि हमें अब तक 160 मीट्रिक टन कोटा मिल रहा था लेकिन अब हमारे अनुरोध पर केंद्र सरकार ने इसे बढ़ाकर 200 मीट्रिक टन कर दिया है।
उन्होंने कहा कि 40 मीट्रिक टन की अलग से भी डिमांड की है और इसे हमें जमशेदपुर से लेकर आना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि इसे लाने के लिए प्रदेश सरकार व्यवस्था भी करेगी। एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि किसी को भी यह अंदेशा नहीं था कि कोरोना की दूसरी लहर इतनी तेजी से आएगी, लेकिन इसके बावजूद हम व्यवस्थाओं को व्यवस्थित कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि लोगों से भी अपील की गई है कि वह कोरोना नियमों का पालन करें और घरों में ही रहें। उन्होंने कहा कि लॉकडाउन किसी भी समस्या का हल नहीं है। लॉकडाऊन की बजाए अगर सख्ती की जाए और लोगों की समझ बढ़ाई जाए तो संक्रमण की चेन को जल्दी तोड़ सकते हैं। उन्होंने कहा कि हम बीमारी के फैलाव को रोकने के लिए रात्रि कर्फ्यू, स्कूलों को बंद करने, सांय छह बजे के बाद बाजारों को बंद करने सहित सभी जरूरी कदम उठा रहे हैं।
इस अवसर पर उनके साथ प्रदेश के परिवहन मंत्री मूलचंद शर्मा, मंडल आयुक्त संजय जून, उपायुञ्चत डॉ. गरिमा मित्तल, अतिरिक्त उपायुक्त सतबीर मान, एसडीएम बल्लभगढ़ अपराजिता, एसडीएम फरीदाबाद परमजीत सिंह चहल, एसडीएम बडखल पंकज सेतिया भी मौजूद थे।