निकिता मर्डर केसः पथराव से माहौल बिगाड़ने की कोशिश, 10 पुलिस कर्मी घायल, 30 शरारती तत्व हिरासत में, पत्थरबाजों में एक दर्जन बाहरी लोग शामिल

फरीदाबाद। निकिता मर्डर केस में महापंचायत के बाद करीब 200 प्रदर्शनकारियों के द्वारा  दुकानों पर पथराव करने और नेशनल हाईवे जाम करने की कोशीश की। रोकने पर असामाजिक तत्वों ने पुलिस पर भी पत्थर बरसाए। पुलिस ने हल्का बल प्रयोग कर भीड़ को किया तितर-बितर। 30 लोगों को हिरासत में गया है और बाकी लोगों और को चिन्हित किया जा रहा है। इनमें से एक दर्जन से अधिक लोग फरीदाबाद से बाहर के हैं। पथराव में दस पुलिसकर्मियों को चोटें आई हैं। उनका मेडिकल करवाया गया है।

Nikita Murder Case: attempt for anarchy by stone pelting, 10 policemen injured, 30 mischievous elements in custody, a dozen outsiders included in the stone pelting

Faridabad. In the Nikita murder case, after the mahapanchayat, about 200 protesters tried to stone the shops and jammed the national highway. On stopping, anti-social elements also hurled stones at the police. Police used mild force to disperse the crowd. 30 people have been detained and others are being identified. More than a dozen of these people are from outside Faridabad. Ten policemen suffered injuries in the stone pelting. His medical has been done.

पुलिस प्रवक्ता सूबे सिंह के अनुसार हिरासत में लिए गए लोगों से पूछताछ में ये पता किया गया है कि माहौल खराब करने की साजिश के पीछे कौन है। साजिश करने वालों के खिलाफ भी पुलिस सख्त कार्रवाई करेगी।

फरीदाबाद का माहौल खराब करने वाले हिरासत में लिए गए असामाजिक तत्वों में से 2 नोएडा से, 2 गाजियाबाद, गौतमबुद्धनगर से और 3 दिल्ली से, 3 पलवल से, 1 गुड़गांव से और 2 मेवात के लोग हैं।

पुलिस यह लगाने पता लगाने की कोशिश कर रही है कि इनको किन लोगों ने यहां भेजा था और हाईवे जाम, दुकानों में तोड़फोड़ व पत्थरबाजी करने का इनका मकसद क्या था।

आज रविवार यानि 1 नवंबर, 2020 को सर्व बिरादरी संगठन की तरफ से बल्लभगढ़ के दशहरा ग्राउंड में पंचायत की जा रही थी।

इस भीड़ में से उठकर कुछ असामाजिक तत्व हाईवे की तरफ चल दिए।

करीब 200 असामाजिक तत्वों ने दुकानों पर पथराव किया और हाईवे को जाम करने की कोशिश की।

जब पुलिस ने इन असामाजिक तत्वों को रोकना चाहा, तो पुलिस पर भी पथराव किया।

जिस पर मौजूद पुलिस बल ने असामाजिक तत्व के खिलाफ हल्का बल प्रयोग कर उनको तितर-बितर किया गया।

पुलिस ने मौके से करीब 30 असामाजिक तत्वों राउंडअप किया है। इसके अलावा पत्थरबाजी करने में शामिल अन्य लोगों को भी चिन्हित किया जा रहा है।

डीसीपी बल्लबगढ़ सुमेर सिंह यादव ने कहा कि कानून एवं शांति व्यवस्था को बिगाड़ने वालों के साथ पुलिस सख्ती से निपटेगी। इस तरह की अराजकता शहर में बिल्कुल भी बर्दाश्त नहीं की जाएगी।

उन्होंने कहा कि सभी फरीदाबाद वासियों से अनुरोध है शांति बनाए रखें। पुलिस पीड़ित परिवार के साथ है। दोषियों को कड़ी सजा दिलाई जाएगी, लेकिन धरना-प्रदर्शन के नाम पर आम शहरी को परेशानी में न डालें और कानून व्यवस्था बनाये रखें।

बता दें कि पुलिस निकिता मर्डर केस में मुख्य आरोपी सहित तीन आरोपियों को गिरफ्तार करके जेल भेज चुकी है।

इस केस में पुलिस आयुक्त ओपी सिंह द्वारा एसआईटी का गठन किया जा चुका है।

एसआईटी द्वारा वैज्ञानिक व तकनीकी साक्ष्यों के आधार पर तेजी से अनुसंधान करके शीघ्र चालान कोर्ट में दिया जाएगा। ताकि दोषियों को कड़ी सजा दिलाई जा सके।

 

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