गुरुग्राम। साइबर सिटी गुरुग्राम के एक नामी अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती युवती के साथ दुष्कर्म के मामले में पुलिस ने गहनता से जांच पड़ताल की है। जांच के बाद पुलिस ने दावा किया कि पीड़िता के साथ इस अस्पताल में दुष्कर्म नहीं हुआ। इस मामले में नोडल अधिकारी एसीपी उषा कुंडू को जांच अधिकारी नियुक्त किया गया है। जांच के मुताबिक युवती के साथ अस्पताल में दुष्कर्म का कोई सुराग नहीं मिला है। जिससे कयास लगाए जा रहे है कि शायद युवती के साथ कहीं और गलत काम हुआ है।
Rape with woman on ventilator in hospital
Gurugram. In the case of rape of a girl admitted for treatment in a well-known hospital in Cyber City Gurugram, the police has investigated intensively. After investigation, the police claimed that the victim was not raped in this hospital. Nodal officer ACP Usha Kundu has been appointed as investigating officer in this case. According to the investigation, no clue was found in the rape of the girl in the hospital. Due to which there are speculations that maybe some other wrongdoing has happened with the girl.
बता दें कि 21 अक्टूबर को एक 21 वर्षीय युवती को सांस लेने में तकलीफ होने पर फोर्टिस अस्पताल के आइसीयू में वेंटिलेटर पर रखा गया था।
मंगलवार को जब युवती के पिता उससे मिलने अस्पताल गए तो युवती ने लिखकर अपने पिता को दुष्कर्म किए जाने की बात बताई थी।
पिता के बयान पर सुशांत लोक थाना पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी थी।
बीते शनिवार को देर शाम हरियाणा महिला आयोग की कार्यवाहक अध्यक्ष प्रीति भारद्वाज व एसीपी उषा कुंडू ने अस्पताल का दौरा कर गहनता से जांच-पड़ताल की।
शनिवार को युवती ने पुलिस को बयान दिया है, जिसके बाद पुलिस प्रवक्ता सुभाष बोकन ने बताया कि अस्पताल स्टाफ से पूछताछ सीसीटीवी फुटेज और युवती के बयान के बाद जांच टीम इस नतीजे पर पहुंची कि अस्पताल में दुष्कर्म जैसी घटना को अंजाम नहीं दिया गया, लेकिन मामले की जांच अभी जारी है।
वहीं अस्पताल प्रबंधन ने बयान जारी कते हुए कहा है कि मरीज को बेहद गंभीर स्थिति में अस्पताल लाया गया था। हमारी मेडिकल टीम के लगातार प्रयासों से मरीज की हालत अब स्थिर है। पुलिस ने जांच में मान लिया कि कोई वारदात नहीं हुई। अस्पताल प्रबंधन महिलाओं की गरिमा और सुरक्षा पर जोर देता है।