फरीदाबाद। जिले में जानवरों को दुर्घटना से बचाने के लिए सड़क पर घूमने वाली गाय और कुत्तों आदि आवारा जानवरों के गले में रिफ्लेक्टर लगाए जाएंगे। रोटरी क्लब ऑफ फरीदाबाद सिटी तथा मी एंड माय ह्यूमन द्वारा इस अभियान की शुरुआत की गई है।
Reflectors will be placed at neck of animals to protect them from accidents in Faridabad
Faridabad. To protect the animals from accidents in the district, reflectors will be placed around the neck of stray animals like cows and dogs walking on the road. The campaign has been started by Rotary Club of Faridabad City and Me and My Human.
पुलिस उपायुक्त डॉ. अर्पित जैन ने अपने कार्यालय सेक्टर 21सी में रोटरी क्लब ऑफ फरीदाबाद सिटी व मी एंड माय ह्यूमन संस्थाओं के सदस्यों द्वारा सर्दियों के मौसम में धुंध के समय सड़कों पर जानवरों के साथ होने वाली दुर्घटनाओं से बचाने के लिए जानवरों के गले में रिफ्लेक्टर लगाने के अभियान का शुभारम्भ किया।
डॉ. अर्पित जैन ने सामजिक संस्थाओं द्वारा किए जा रहे इस प्रकार के मानवतापूर्ण कार्यों के लिए उनकी प्रशंसा की।
बैठक में रोटरी क्लब ऑफ फरीदाबाद सिटी के प्रेसिडेंट डॉ. हेमंत अत्री, मी एंड माय ह्यूमन की प्रेसिडेंट कुमारी वृंदा शर्मा, रोटरी चेरीटेबल ब्लड बैंक के एग्जीक्यूटिव वाइस प्रेसिडेंट दीपक प्रसाद, श्रीमती संगीता नेगी, चांदनी आजाद अली, सागर औरकृष्ण मौजूद रहे।
रोटरी क्लब ऑफ फरीदाबाद सिटी के प्रेसिडेंट डॉ. हेमंत अत्री अत्री ने बताया कि धुंध के समय दृश्यता कम होने के कारण सड़क पर बहुत सारे जानवर दुर्घटना के शिकार हो जाते हैं, जिसमें उन्हें गंभीर चोटें आती हैं। कुछ दुर्घटनाएं तो इतनी बड़ी होती हैं, जिसमें जानवरों की जान तक चली जाती है।
उन्होंने कहा कि इंसान तो फिर भी बोलकर अपनी पीड़ा किसी को बता सकते हैं, परन्तु ये बेजुबान जानवर अपनी पीड़ा किसी के साथ साझा नहीं कर सकते इसलिए इनपर खास ध्यान देने की आवश्यकता है।
मी एंड माय ह्यूमन की प्रेसिडेंट कुमारी वृंदा शर्मा ने कहा कि ज्यादातर सड़क दुर्घटनाओं में वाहन चालक दुर्घटना के पश्चात् जानवरों को उसी हालात में छोड़कर चले जाते हैं। जानवरों को दुर्घटना में आई चोट का जब उपचार नहीं हो पाता, तो आगे चलकर यह चोट उनके लिए घातक साबित हो सकती है, जिससे उनमें अपंगता की स्थिति उत्पन्न हो जाती है। इसलिए उनकी रक्षा के लिए उन्होंने जानवरों के गले में रिफ्लेक्टर बांधकर उन्हें बचाने के लिए यह अभियान चलाया है।
पुलिस उपायुक्त डॉ अर्पित जैन ने बताया कि इन्सान अपने जीवन में इतना व्यस्त हो चूका है कि उन्हें प्रकृति द्वारा बनाए गए अन्य जीवों की जिन्दगी और उनके संरक्षण का कोई ख्याल ही नहीं है।
उन्होंने कहा कि इससे जानवरों के साथ-साथ वाहन चालक भी जानवरों के गले में पहने हुए रिफ्लेक्टर की वजह से सावधानी बरतेंगे और सड़क पर होने वाले हादसों से बच पाएंगे, जिससे जानवरों को भी नुकसान नहीं होगा और एक साथ कई जिंदगियां सुरक्षित अपने घर पहुँच पाएंगी।