चंडीगढ़। हरियाणा सरकार गरीबी रेखा से नीचे जीवन यापन करने वाले (बीपीएल) लोगों के लिए विभिन्न कदम उठा रही है। इसी कड़ी में हरियाणा के उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला के निर्देश पर ग्रामीण विकास विभाग ने मनरेगा स्कीम के तहत गरीब पशुपालकों के लिए मुफ्त में पशु-शैड बनाने का निर्णय लिया है।
Animal sheds to be made free under MNREGA in Haryana
Chandigarh. The Haryana government is taking various steps for people living below the poverty line (BPL). In this series, on the instructions of Haryana Deputy Chief Minister Dushyant Chautala, the Rural Development Department has decided to create cattle shed for poor cattlemen under MNREGA scheme.
बकौल डिप्टी सीएम, हरियाणा कृषि व्यवसाय के क्षेत्र में देश के अग्रणी राज्यों में है, राज्य सरकार चाहती है कि कृषि जोत छोटी होने कारण लोग पशुपालन का व्यवसाय भी कृषि के साथ-साथ करें ताकि उनकी आमदनी बढ़ सके।
उन्होंने बताया कि सरकार ने अनुसूचित जाति वर्ग, विधवा, महिला-प्रमुख घर, बीपीएल तथा छोटी जोत वाले किसानों को वरीयता के अनुसार उनके पशुओं के लिए मुफ्त पशु-शैड बनाने का निर्णय लिया है। ये सभी पशु-शैड मनरेगा स्कीम के तहत बनेंगे।
दुष्यंत चौटाला ने बताया कि प्रथम चरण में आगामी मार्च 2021 तक ऐसे 40,000 पशु-शैड बनाने का लक्ष्य है जबकि 30 सितंबर 2020 तक 10,000 बन कर तैयार हो जाएंगे।
उन्होंने बताया कि राज्य में गरीबों के पशुओं के शैड बनाने पर कुल 200 करोड़ रूपए खर्च किए जाएंगे।
उन्होंने बताया कि आज भी कई ऐसे गरीब परिवार हैं जिनके पास पशुओं के लिए शैड नहीं हैं जिसके कारण उनको काफी नुकसान उठाना पड़ता है।
उन्होंने बताया कि इस योजना से जहां गरीबों के पशु सुरक्षित होंगे वहीं जरूरतमंद लोगों को शैड बनाने में रोजगार भी मिलेगा।