जयपुर। राजस्थान में जारी सियासी संग्राम के बीच राज्य के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सोमवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस की। जिसमें उन्होंने पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट पर निशाना साधते हुए कहा कि पायलट का चाल, चरित्र और चेहरा सामने आ गया है। कांग्रेस ने हमेशा सचिन पायलट का साथ दिया। लेकिन उन्होंने पार्टी की पीठ में छुरा घोंपने का काम किया। गहलोत ने पायलट के बारे में कहा कि निकम्मा, नकारा है सचिन, लोगों को लड़वाता है।
Ashok Gehlot abuses to Sachin Pilot, know
गहलोत ने कहा, ‘पायलट को कम उम्र में सब कुछ मिल गया। पायलट ने बहुत गंदा खेला। पायलट लोगों को लड़वाने का काम करते थे, हमने साजिश का पर्दाफाश किया। वे (सचिन पायलट) भाजपा के समर्थन से पिछले छह महीनों से साजिश रच रहे थे। किसी ने भी मुझ पर तब विश्वास नहीं किया जब मैं कहता था कि सरकार को गिराने की साजिश चल रही है। कोई नहीं जानता था कि इतने निर्दोष चेहरे वाला व्यक्ति ऐसा काम करेगा। मैं यहां सब्जी बेचने के लिए नहीं आया हूं, मैं मुख्यमंत्री हूं।’
मुख्यमंत्री ने कहा, /एक छोटी खबर भी नहीं पढ़ी होगी किसी ने कि पायलट साहब को कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष के पद से हटाना चाहिए। हम जानते थे कि वो (सचिन पायलट) निकम्मा है, नकारा है, कुछ काम नहीं कर रहा है खाली लोगों को लड़वा रहा है।’
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमने कभी सचिन पायलट पर सवाल नहीं किया, सात साल के अंदर राजस्थान ही एक ऐसा राज्य है, जहां प्रदेशाध्यक्ष बदलने की मांग नहीं की गई।
उन्होंने कहा कि हम नहीं चाहते हैं कि कोई उनके (पायलट) खिलाफ कुछ बोले, सभी ने उनको सम्मान दिया है। ये जो खेल अभी हुआ है, वो दस मार्च को होना था। 10 मार्च को गाड़ी मानेसर के लिए रवाना हुई थी, लेकिन हम इसे सबके सामने ले आए।
गहलोत ने कहा कि पायलट कांग्रेस अध्यक्ष बनना चाहते थे। बड़े-बड़े कॉरपोरेट उनकी फंडिंग कर रहे हैं। भाजपा की तरफ से भी उनकी फंडिंग की जा रही है।
मुख्यमंत्री गहलोत ने कहा, ‘सबको मालूम है, पूरा खेल भाजपा खेल रही है। इतिहास में कभी ऐसा नहीं हुआ होगा कि पार्टी का प्रदेशाध्यक्ष ही अपनी पार्टी की सरकार को गिराने में लगा रहा हो। सात साल में कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष को हटाने की मांग कभी नहीं उठी, जबकि हमें पता था कि सचिन पायलट कुछ नहीं कर रहे।-‘