चंडीगढ़। हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर भले ही सुभाष बराला को दोबारा भाजपा का प्रदेश अध्यक्ष बनवाने में कामयाब नहीं हो सके, लेकिन मुख्यमंत्री ने उन्हें सरकार में शामिल कर उनके राजनीतिक कद में बढ़ोतरी की है। टोहाना से चुनाव हारे सुभाष बराला को हरियाणा सार्वजनिक उपक्रम ब्यूरो का चेयरमैन बनाया गया है। प्रदेश सरकार के जितने भी बोर्ड एवं निगम हैं, अधिकतर के कार्यालय पंचकूला में हैं, लेकिन सुभाष बराला की चेयरमैनी वाले ब्यूरो का कार्यालय हरियाणा सचिवालय की आठवीं मंजिल पर है।
CM Khattar rehabilitate Subhash Barala in this way
Chandigarh. Even though Haryana Chief Minister Manohar Lal could not succeed in getting Subhash Barala to be BJP’s state president again, the Chief Minister has increased his political stature by including him in the government. Subhash Barala, who lost the election from Tohana, has been made the chairman of Haryana Public Enterprises Bureau. Most of the boards and corporations of the state government have offices in Panchkula, but the office of the bureau headed by Subhash Barala is on the eighth floor of Haryana Secretariat.
मुख्यमंत्री मनोहर लाल का कार्यालय सचिवालय की चौथी मंजिल पर है। हरियाणा भाजपा के अध्यक्ष एवं पूर्व मंत्री ओमप्रकाश धनखड़ ने बराला को ब्यूरो के चेयरमैन का कार्यभार ग्रहण कराया। प्रदेश में जब भाजपा के नए अध्यक्ष के नाम की चर्चा चल रही थी, तब मुख्यमंत्री मनोहर लाल चाहते थे कि सुभाष बराला को ही दोबारा से यह जिम्मेदारी मिल जाए, लेकिन मोदी, शाह और नड्डा के आशीर्वाद के चलते धनखड़ प्रदेश अध्यक्ष की कुर्सी हासिल करने में कामयाब हो गए। हालांकि मुख्यमंत्री व धनखड़ के बीच संगठन के कार्यों को लेकर अच्छी केेमेस्ट्री चल रही है, लेकिन बराला को मुख्यमंत्री का ज्यादा भरोसेमंद माना जाता है।
सुभाष बराला को मुख्यमंत्री ने हरियाणा सार्वजनिक उपक्रम ब्यूरो का चेयरमैन बनवाकर तथा उनका कार्यालय सचिवालय में होने से पार्टी तथा सरकार में संदेश दिया है।
टोहाना से इस बार जननायक जनता पार्टी के विधायक देवेंद्र बबली चुनाव जीते हैं। बबली और बराला के बीच टोहाना में अक्सर टकराव रहता है। दोनों के बीच कई मौके ऐसे आए, जब उनका विवाद मुख्यमंत्री मनोहर लाल और उप मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला तक पहुंचा है।
इसी विवाद के चलते मुख्यमंत्री ने सुभाष बराला के राजनीतिक कद में बढ़ोतरी की है, जबकि दुष्यंत चौटाला जननायक जनता पार्टी के कोटे में देवेंद्र बबली को चेयरमैन नहीं बनवा पाए हैं।
हालांकि उनकी पार्टी के कोटे में कई विधायकों को चेयरमैनी मिली है। नारनौंद के बागी विधायक रामकुमार गौतम के बाद उग्र तेवर वाले देवेंद्र बबली चेयरमैनी से वंचित हैं।
हरियाणा सार्वजनिक उपक्रम ब्यूरो के चेयरमैन सुभाष बराला ने कार्यभार ग्रहण करने के बाद कहा कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने संगठन से अलग उन्हें पहली बार सरकारी तौर पर नई जिम्मेदारी दी है, जिसको वे पूरी निष्ठा और लगन से निभाएंगे।
विधानसभा अध्यक्ष ज्ञानचंद गुप्ता और ओमप्रकाश धनखड़ की मौजूदगी में बराला ने कहा कि नई जिम्मेवारी उनके लिए नया अनुभव है। सबसे पहले वे विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक कर चरणबद्ध तरीके से ब्यूरो की कार्यप्रणाली को समझेंगे और जितना संभव हो सकेगा, बेहतर से बेहतर करने का प्रयास करेंगे। ब्यूरो के अधीन जितने भी बोर्ड, निगम व अन्य संस्थान हैं, उनकी कार्य प्रणाली का भी अध्ययन किया जाएगा।
बरोदा उपचुनाव के नतीजों से जुड़े सवाल पर सुभाष बराला ने बड़े ही सधे हुए और राजनीतिक अंदाज में जवाब दिया। उन्होंने सुई नए प्रदेश अध्यक्ष ओमप्रकाश धनखड़ की तरफ मोड़ते हुए कहा कि बरोदा में हालांकि जानकार लोग कांटे की टक्कर बता रहे हैं, परंतु जिस मेहनत व संगठनात्मक ढंग से पार्टी के अध्यक्ष धनखड़ व उनकी टीम तथा पार्टी के एक-एक कार्यकर्ता ने पसीना बहाया है, वह बेकार नहीं जाएगा और निश्चित रूप से पहली बार पार्टी के उम्मीदवार पहलवान योगेश्वर दत्त चुनाव जीतेंगे।
दायित्व ग्रहण के मौके पर खेल एवं युवा मामले राज्य मंत्री संदीप सिंह, महिला एवं बाल विकास राज्य मंत्री कमलेश ढांडा और विधायक रणधीर सिंह गोलन समेत कई राजनेता मौजूद रहे।