फरीदाबाद। एक तरफ जहां पुलिस कमिश्रर ओपी सिंह शहर को अपराधमुक्त बनाने के लिए पुलिस महकमे को चुस्त-दुरूस्त बनाने के लिए नित नई योजनाएं क्रियान्वित कर रहे हैं, वहीं फरीदाबाद में कुछ ऐसे भी असामाजिक तत्व सक्रिय हैं, जो कानून को धता बताकर सरेआम बिल्डिंग पर कब्जे कर लोगों से फिरौती मांग करते है। ऐसा ही एक मामला थाना खेड़ीपुल में पुलिस द्वारा दर्ज किया गया है, जिसमें कुछ असामाजिक तत्व स्कूल की बिल्डिंग पर कब्जा देने के लिए 50 लाख रूपए की रकम की मांग करते है। फिलहाल इस मामले में कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है।
Faridabad: Goons captured school building, demand 50 lakhs
Faridabad. While police commissioner OP Singh is executing new schemes to streamline the police department to make the city crime-free, there are some anti-social elements active in Faridabad, who defy the law and occupy the public building Taxes demand ransom from people. A similar case has been registered by police in Khedipul police station, in which some anti-social elements demand an amount of Rs 50 lakh to give possession of the school building. At present, no arrest has been made in this case.
प्राप्त जानकारी के अनुसार पलवल ओमेक्स सिटी निवासी राजेश कुमार धनखड़ व उनके कुछ साथियों बबीता अग्रवाल, रेनू अग्रवाल व सुनील कुमार आदि ने मिलकर ओमेक्स लिमिटेड नई दिल्ली से फरीदाबाद के सेक्टर-86 स्थित ओमेक्स हाईट्स में स्थित रकबा 4840 वर्ग गज यानी करीब एक एकड़ में स्थित प्राईमरी स्कूल साइट को 9 जून, 2020 में खरीदा था।
कंपनी ने उन्हें कब्जा देते हुए स्कूल साइट से संबंधित सभी अधिकार भी सौंप दिए थे।
शिकायतकर्ता ने आरोप लगाया कि 25 जुलाई को जब वह स्कूल साइट पर बिल्डिंग की रिपयेरिंग कराने हेतु मैटीरियल व ठेकेदार को लेकर गए, तो वहां गेट पर मौजूद सुरक्षाकर्मियों ने उन्हें रोक दिया। सुरक्षाकर्मियों ने कहा कि साकेत रमन, अनुरोध शर्मा, सौरभ दाम, विनोदन व केएम ने उन्हें स्कूल में घुसने से मना कर दिया है। ये लोग अपने आपको ओमेक्स हाईटस रेजिडेंसी का प्रधान बताते हैं।
पीड़ित धनखड़ ने बताया कि जब उन्होंने फोन पर साकेत रमन से बात की, तो उसने उन्हें मिलने के लिए ओमेक्स हाईट्स क्लब बुलाया, जहां उन लोगों ने उन्हें धमकाते हुए कहा कि वह इस स्कूल बिल्डिंग में उनकी मर्जी बगैर नहीं घुस सकते हैं और अगर उन्हें स्कूल पर कब्जा लेना है और स्कूल चलाना है, तो 50 लाख रूपए गुंडा टैक्स के रूप में देने होंगे।
पीड़ित के अनुसार लोगों ने अपने सुरक्षाकर्मियों व बाऊंसरों से मिलकर उन्हें धक्के देकर बाहर निकाल दिया। उन्होंने जान से मारने की धमकी देते हुए कहा कि चूंकि तुम लोगों ने ओमेक्स बिल्डर से यह स्कूल सस्ते में लिया है। इसलिए तुम्हें यह रकम उन्हें देनी ही होगी, अन्यथा वे स्कूल पर कब्जा नहीं देंगे।
जब शिकायतकर्ताओं ने कहा कि वह पुलिस प्रशासन से उनकी शिकायत करेंगे, तो साकेत रमन व अनुरोध शर्मा ने स्पष्ट कहा कि उनकी सरकार में पूरी पैठ है और पुलिस की भी उन पर हाथ डालने की हिम्मत नहीं है।
बाद में पीड़ितों ने पुलिस के समक्ष अपना दुखड़ा रोते हुए कहा कि वह व्यवसायी लोग है। इसलिए पुलिस प्रशासन ऐसे लोगों के खिलाफ कड़ी कार्यवाही करते हुए उनके जान-माल की सुरक्षा की जाए।
थाना खेड़ीपुल पुलिस ने इस संबंध में साकेत रमन, अनुरोध शर्मा, सौरभ दाम, विनोदन, केएम राय के खिलाफ धारा 341, 383, 506 के तहत मुकदमा दर्ज करके जांच शुरू कर दी है।
शिकायतकर्ता के अनुसार जब उन्होंने इन लोगों के बारे में जानकारी जुटाई, तो पता चला कि यह फर्जी प्रधान है, जो लोगों को डराने-धमकाने का काम करते हैं।