हापुड़। सिंभावली क्षेत्र के गांव औरंगाबाद माधापुर के जंगल में 22 जुलाई को गाजियाबाद निवासी युवक की हत्या का पर्दाफाश कर पुलिस ने तीन हत्यारोपितों को गिरफ्तार कर लिया है। युवक की हत्या किसी और ने नहीं, बल्कि उसके पिता ने दो लाख रुपये की सुपारी देकर कराई थी। वह पुत्र की बुरी आदतों से तंग आ चुका था, जिसके चलते उसने पुत्र की हत्या कराने की ठानी। पुलिस ने आरोपितों से 1.30 लाख रुपये बरामद कर लिए हैं।
Father give Supari of Rs 2 lakh and kills son
Hapur. The police have arrested the three murderers by exposing the murder of a youth resident of Ghaziabad on July 22 in the forest of Aurangabad Madhapur village of Simbhaoli region. The young man was murdered not by anyone else but by a betel nut of two lakh rupees by his father. He was fed up with the bad habits of the son, due to which he decided to get the son murdered. The police have recovered Rs 1.30 lakh from the accused.
जागरण की एक खबर के अनुसार एसपी संजीव सुमन ने बताया कि 22 जुलाई की सुबह गांव माधापुर के किसानों ने गांव के जंगल में एक पीले रंग की कार में युवक का शव ड्राइवर सीट पर पड़ा देखा था। युवक का गला धारदार हथियार से रेतने के बाद कपड़े से कार की ड्राइवर सीट से बांधा गया था।
पुलिस ने शव की शिनाख्त ऋषभ तोमर पुत्र कमल चंद तोमर निवासी गाजियाबाद के रूप में की थी। पुत्र की हत्या की जानकारी मिलने पर उसके पिता कमल चंद की तहरीर पर अज्ञात के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की थी।
वारदात का पर्दाफाश करने के लिए थाना पुलिस व एसओजी द्वितीय टीम को लगाया गया था। जांच के दौरान पुलिस के शक की सुई मृतक के पिता कमल चंद तोमर पर आ टिकी।
सख्ती से पूछताछ करने पर कमल चंद ने बताया कि पुत्र के उत्पीड़न से उसका परिवार त्रस्त हो चुका था, जिसके बाद उसने परिचित लोनी के रहने वाले प्रशांत विहार निवासी सन्नी उर्फ कमल पाल से संपर्क साधा।
सन्नी ने ऋषभ की हत्या कराने के लिए हापुड़ के थाना देहात क्षेत्र के न्यू भीमनगर निवासी प्रमोद को शामिल कर लिया।
साजिश के तहत सन्नी और प्रमोद ने सिंभावली थाना क्षेत्र में लाकर ऋषभ की हत्या कर दी। जिसके बाद पुलिस ने दोनों आरोपितों को गुरुवार रात गांव हरोड़ा मोड़ से गिरफ्तार कर लिया।
कमल चंद ने दो लाख रुपए में सन्नी व प्रमोद को पुत्र ऋषभ की हत्या की सुपारी दी थी।
प्लान के मुताबिक, सन्नी 21 मई की शाम ऋषभ को कार में लेकर हापुड़ के लिए निकला।
छिजारसी टोल पर लगे सीसीटीवी कैमरे से बचने के लिए सन्नी कार की पिछली सीट पर लेट गया।
हापुड़ पहुंचने पर सन्नी ने प्रमोद को कार में बैठा लिया। इसके बाद तीनों गांव औरंगाबाद माधापुर के जंगल में पहुंचे।
दोनों ने ऋषभ को अत्यधिक शराब पिलाई। ऋषभ के बेसुध हो जाने पर उसकी सीट के पीछे बैठे प्रमोद ने गले में कपड़ा डालकर सीट से बांध दिया।
इसके बाद दोनों ने शराब की बोतल तोड़कर ऋषभ का गला रेतकर हत्या कर दी।