फरीदाबाद में भीषण अग्निकांड, 2 बच्चों की जलकर मौत

फरीदाबाद। तिगांव विधानसभा क्षेत्र की टीटू कालोनी में भयंकर आग लग गई है। इस अग्निकांड में 2 बच्चों की जलकर मौत हो गई है।

Fierce fire in Faridabad, 2 children burnt to death

Faridabad. Tito Colony in Tigaon Assembly constituency has witnessed a fierce fire. Two children have died in this fire.

प्रारंभिक सूचना के अनुसार एत्मादपुर के निकट टीटू कॉलोनी स्थित है।

टीटू कॉलोनी में वासुदेव गार्डन के पास दर्जनों झुग्गियां बनी हुई हैं।

इन झुग्गियों में मजदूर तबके के लोग रहते हैं।

कुछ झुग्गियों में अचानक आग लग गई।

थोड़ी ही देर में आग ने अन्य झुग्गियों को भी चपेट में ले लिया।

इस अग्निकांड में एक दर्जन झुग्गियों को नुकसान पहुंचा है।

झुग्गियों में लगी आग के बीच 2 बच्चे बुरी तरह झुलस गए, जिनकी बाद में मौत हो गई।

मृतक बच्चों में बिट्टू की उम्र 3 तथा किट्टू की उम्र 5 वर्ष बताई जा रही है।

ये बच्चे राजीव नामक व्यक्ति के हैं, जो कूड़ा बीनने का काम करता है।

वह मूलरूप से बिहार के नालंदा का निवासी है।

अग्निकांड के समय ये बच्चे झुग्गियों में फंस गए और बाहर नहीं निकल पाए थे।

कुछ अन्य लोगों के भी घायल होने की सूचना है।

पुलिस ने बच्चों के शव पोस्टमार्टम के लिए बीके अस्पताल भेज दिए हैं।

सूचना मिलते ही पुलिस और दमकल गाड़ियां मौके पर पहुंच गई थीं, लेकिन तब तक तक सब कुछ स्वाहा हो चुका था।

आग लगने का अभी तक कारण नहीं पता चला है।

दमकल और पुलिस विभाग ने अग्निकांड की जांच शुरू कर दी है।

Udates:

 

राजीव की पत्नी अमृता झुग्गी के बाहर चूल्हे पर खाना बना रही थी।

अनुमान है कि चूल्हे से निकली कोई चिगारी झुग्गी पर गिरी, जिसने आग पकड़

ठंड की वजह से अमृता ने बच्चों चाय पिलाकर वापस अंदर जाने को कहा। वे दोनों अंदर जाकर वापस सो गए।

थोड़ी देर बाद झुग्गी से आग की लपटें उठने लगीं।

आस-पास की झुग्गियों से लोग बाहर निकल आए और आग बुझाने की कोशिश करने लगे।

शुरू में किसी को ध्यान नहीं रहा कि अंदर बच्चे भी हैं।

अमृता को लग रहा था कि बच्चे शायद बाहर खेलने चले गए हैं।

काफी देर तक जब बच्चे नहीं दिखे, तो अमृता को आशंका हुई कि वे अंदर हैं।

मगर तब तक आग इतनी फैल गई थी कि झुग्गी के अंदर जाना नामुमकिन था। फायर ब्रिगेड की गाड़ियों ने मौके पर पहुंचकर आग पर काबू पाया।

आग में बच्चों के अलावा झुग्गी में बंधी दो बकरियां भी जल गईं।

आग बुझने के बाद बच्चों के शव तलाशे गए।

उनके शव झुग्गी के एक कोने में मिले।

उनके ऊपर कंबल था, जिससे अनुमान है कि बच्चों ने अपने ऊपर कंबल डालकर आग से बचने का प्रयास किया था।

 

 

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