कैप्टन अमरिंदर के किसान आंदोलन के जवाब में भाजपा ने छेड़ा एसवाईएल के पानी का मुद्दा, भाजपा नेताओं ने दिया धरना

फरीदाबाद। पंजाब की कैप्टन अमरिंदर सरकार ने मोदी सरकारी को अस्थिर करने के लिए किसान आंदोलन को खड़ा किया है। अब भाजपा ने उसका तोड़ ढूंढ लिया है। भाजपा ने कैप्टन सरकार को एसवाईएल पानी के मुद्दे पर घेरने की रणनीति बनाई है। उसका फरीदाबाद से आगाज हो गया है। एसवाईएल के मुद्दे पर भाजपा ने धरना दिया है।

In response to Captain Amarinder’s peasant movement, BJP teased SYL water issue, BJP leaders protest

Faridabad. The Captain Amarinder government of Punjab has set up the peasant movement to destabilize the Modi government. Now the BJP has found its break. The BJP has made a strategy to surround the Captain Government on the issue of SYL water. He has started from Faridabad. The BJP has staged a sit-in on the SYL issue.

भाजपा की रणनीति है कि पानी के मुद्दे पर कई फैसले हरियाणा के हक में हैं।

यदि भाजपा इन फैसलों के आधार पर हरियाणा के लिए पानी मांगती है, तो कैप्टन सरकार के लिए नई मुसीबत खड़ी हो जाएगी।

आज भारतीय जनता पार्टी जिला फरीदाबाद के नेताओं और कार्यकर्ताओं ने फरीदाबाद जिला मुख्यालय पर पंजाब सरकार द्वारा अनाधिकृत तौर पर एसवाईएल का हरियाणा के हिस्से का पानी को रोकने के विरोध में सुबह 10 बजे से शाम 5 बजे तके उपवास रखा। इस उपवास में भारतीय जनता पार्टी के सैकड़ों वरिष्ठ कार्यकर्ताओं ने भाग लिया।

कार्यकर्ताओं को सम्बोधित करते हुए जिला अध्यक्ष गोपाल शर्मा ने कहा कि हरियाणा राज्य बनने के बाद हरियाणा को इसके हिस्से का पानी मिलना था लेकिन पंजाब ने नहीं दिया। 24 मार्च 1976 केंद्र की तरफ से हरियाणा को 3.5 एमएएफ पानी देने की अधिसूचना हुई। 8 अप्रैल 1982 इंदिरा गांधी ने पटियाला के कपूरी गांव के पास नहर खुदाई का उद्घाटन किया। 24 जुलाई 1985 को हरियाणा का पंजाब सरकार से समझौता हुआ। पंजाब ने नहर बनाने की सहमति दी, लेकिन हरियाणा को उसके हिस्से का पानी न मिलने के कारण और समझौता सिरे नहीं चढ़ने पर हरियाणा ने 1996 में सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की। 15 जनवरी 2002 सुप्रीम कोर्ट ने पंजाब को एक वर्ष में एसवाईएल बनाने का निर्देश दिया। 2004 पंजाब ने पंजाब टर्मिनेशन आफ एग्रीमेंट एक्ट-2004 बनाकर तमाम जल समझौते रद्द कर दिए। 20 अक्टूबर 2015 हरियाणा की मनोहर सरकार ने सुप्रीम कोर्ट से राष्ट्रपति के रेफरेंस पर सुनवाई के लिए संविधान पीठ गठित करने का अनुरोध किया।

सुप्रीम कोर्ट ने हरियाणा सरकार के पक्ष में फैसला सुनाया गया, लेकिन सुप्रीम कोर्ट के निर्णय के बाद भी पंजाब सरकार हरियाणा के हिस्से के पानी को अनाधिकृत तौर पर रोका हुआ है। अगर हरियाणा को अपने हिस्से का पानी मिल जाए तो हरियाणा के किसान भी खुशहाल होंगे। इसके लिए भारतीय जनता पार्टी की हरियाणा सरकार लगातार प्रयासरत है और अपने हिस्से का पानी पंजाब सरकार से मांग रही है। पंजाब सरकार द्वारा हरियाणा के हिस्से का पानी न दिए जाने के विरोध में आज फरीदाबाद के सभी भाजपा कार्यकर्ताओं ने उपवास रखकर विरोध प्रदर्शन किया और पंजाब से हरियाणा के हिस्से के पानी की मांग की।

उपवास के दौरान प्रदेश महामंत्री संदीप जोशी, विधायक नरेंद्र गुप्ता, सीमा त्रिखा, पूर्व विधायक राजेन्द्र बीसला, सोहनपाल छोकर, मूलचंद मित्तल, आर एन सिंह, सुखबीर मलेरना, बिजेंद्र नेहरा, अनिल नागर, रूप सिंह नागर आदि अन्य भाजपा नेताओं व वक्ताओं ने अपने सम्बोधन में पंजाब सरकार से एसवाईएल नहर के हरियाणा के हिस्से के पानी की मांग रखी।

उन्होंने अपने भाषण में कृषि सुधार कानून में दिए गए प्रावधानों को विस्तारपूर्वक रखा और कृषि सुधार कानून पर बोलते हुए कहा कि नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में भारत सरकार द्वारा लाए गए इन कानूनों से अन्नदाता किसान भाइयों को सशक्त किया जाएगा और उनकी आय को दुगुना किया जाएगा। कृषि सुधार कानून में एमएसपी यानी न्यूनतम समर्थन मूल्य जारी रहेगा, मंडियाँ जारी रहेंगी, अन्नदाता किसान अपनी फसल को अपनी इच्छानुसार कहीं भी बेच सकता है, ताकि उत्पादक को ज्यादा मुनाफा मिले। कान्ट्रैक्ट फार्मिंग के जरिए किसान बिजाई से पहले किसी भी कम्पनी से कीमत तय करके समझौता कर सकता है और अच्छे रेट पर माल बेच सकता है। फसल खराब होने की स्थिति में व्यापारी द्वारा उसके नुकसान की भरपाई की जाएगी। अगर बाजार में रेट बढ़ जाता है, तो किसान तय समझौता तोड़कर अच्छे रेट पर अपनी फसल बेच सकता है। मोदी जी का मानना है कि देश का अन्नदाता अगर सशक्त होगा, तो देश अपने आप सशक्त होगा। किसान आंदोलन के माध्यम से विपक्ष को सरकार द्वारा लिए गए किसी भी फैसले का विरोध करना है, इसलिए इन कानूनों का विरोध किया जा रहा है। दशकों से जिस कृषि सुधार कानून बनाने की माँग की जा रही थी उसको सबसे पहले मोदी सरकार कानून बनाकर लेकर आई है। विपक्ष द्वारा किसानों के आंदोलन के नाम पर देश को तोड़ने का कार्य किया जा रहा हैं।

इस उपवास में फरीदाबाद जिले के बहुत से किसान भाई भी उपस्थित रहें जिनमे मुख्यतः दयानंद नागर, यश मोहन, प्रह्लाद बाँकुरा, विजय तेवतिया, योगेश शर्मा, योगेश तेवतिया, सुरेंद्र कालीरमण आदि ने मोदी सरकार द्वारा बनाए गए कृषि सुधार कानूनों का स्वागत किया और इस कानूनों में अपनी आस्था जताई। अपने सम्बोधन में उन्होंने कहा कि दशकों से किसानों को सशक्त करने के लिए जिन बदलावों की माँग रखी जा रही थी, उसको प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारतीय जनता पार्टी की केन्द्र सरकार ने पूरा किया है। इससे किसान सशक्त होगा और उसकी आय दुगुनी होगी। आय बढ़ने से देश का किसान मजबूत होगा, किसान मजबूत होगा तो देश सशक्त और आत्मनिर्भर बनेगा। पिछले 6 सालों में देश और प्रदेश की भाजपा सरकार ने किसानों के हित में बहुत निर्णय लिए है और किसानों को सशक्त करने का कार्य किया है जैसे की सोईल हेल्थ कार्ड, न्यूनतम मूल्य को ढाई गुना तक बढ़ाना, फसल बीमा योजना, किसान को मासिक पेंशन के रूप में मानधन आदि। देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दिन-रात मेहनत करके सुशासन और जन कल्याणकारी योजनाओं के माध्यम से देश और देशवासियों को सशक्त करने का कार्य कर रहे हैं।

इस उपवास कार्यक्रम में भारतीय जनता पार्टी के जिला अध्यक्ष गोपाल शर्मा, मुख्यमंत्री के राजनीतिक सचिव अजय गौड़, भाजपा प्रदेश महामंत्री संदीप जोशी, प्रदेश उपाध्यक्ष नीरा तोमर, विधायक नरेंद्र गुप्ता, विधायक सीमा त्रिखा, महापौर सुमन बाला, वरिष्ठ उप महापौर देवेन्द्र चौधरी, उप महापौर मनमोहन गर्ग, पूर्व विधायक व वरिष्ठ नेता नागेन्द्र भड़ाना, राजेंद्र बीसला, चेयरमेन विनोद चौधरी, धनेश अदलखा, वरिष्ठ भाजपा नेता सोहन पाल छोकर, टिपरचंद शर्मा, ओम्प्रकाश रेक्सवाल, रूप सिंह नागर, पार्षद अजय बैसला व अन्य पार्षद गण, महामंत्री मूलचंद मित्तल, आरएन सिंह, प्रदेश पदाधिकारी सुरेंद्र जांगड़ा, भाजपा जिला पदाधिकारी अनिल नागर, संजीव भाटी, बिजेंद्र नेहरा, हरेन्द्र भड़ाना, मानसिंह, पुनीता झा, भारती भाकुनी, रवीन्द्र त्यागी, मुकेश अग्रवाल, पंकज रामपाल आदि, मोर्चों के जिला अध्यक्ष भगवान सिंह, नरेश नंबरदार, सुखबीर मलेरना, पंकज सिंगला, राजबाला सरदाना, लाजर रणजीत जिला मीडिया प्रभारी विनोद गुप्ता, वरिष्ठ भाजपा कार्यकर्ता वजीर सिंह डागर, राजकुमार वोहरा, अनिल प्रताप सिंह, अमित मिश्रा, धरम राव, रवीन्द्र बाँकुरा, अभिषेक देशवाल फरीदाबाद के सभी मंडल अध्यक्ष व अन्य वरिष्ठ कार्यकर्ता उपस्थित रहे।

Related posts