रेवाड़ी। कई बार किन्नर समाज द्वारा मांगलिक अवसर पर अवांछनीय जिद की जाती है। कई बार तो बात थाने तक पहुंच जाती है। इससे परेशान पंजाबी समाज ने अब किन्नरों को दिए जाने वाले सगन की राशि तय कर दी है।
Haryana: Punjabi society upset with stubbornness decided gift money for eunuch
Rewari. Many times the Kinnar society has undesirable insistence on auspicious occasion. Many times the matter reaches the police station. Troubled by this, the Punjabi society has now fixed the amount of sagan to be given to the eunuchs.
पंजाबी समाज की ओर से प्रधान प्रेमनाथ गेरा की अध्यक्षता में बैठक की गई।
बैठक में पंजाबी समाज की ओर से सर्वसम्मति से किन्नरों द्वारा दान के रूप में की जाने वाली बेहिसाब डिमांड पर लगाम लगाने का फैसला किया गया।
वक्ताओं ने कहा कि अक्सर शुभ मौके पर किन्नर मर्जी अनुसार दान लेने की जिद करते हैं।
इसके लिए पंजाबी समाज ने खुशी के मौके पर दी जाने वाली राशि 3100 रुपये तय कर दी है।
उन्होंने कहा कि इससे ज्यादा राशि मांगने अथवा मनमानी करने पर वह परिवार पंजाबी समाज के किसी भी सदस्यों को शिकायत कर सकते हैं।
इसके बाद समाज के सदस्य किन्नरों से बात करेंगे तथा मनमानी करने पर यह बात प्रशासन के संज्ञान में लाएंगे।
उन्होंने कहा कि किन्नरों की ओर से 11 हजार से 21 हजार रुपये तथा आभूषण आदि की मांग की जाती है।
कुछ किन्नरों द्वारा कई बार अभद्रता से दबाव बनाया जाता है।
इसलिए समाज की ओर से यह निर्णय लिया गया है।
इसके अतिरिक्त समाज की ओर से कई अन्य प्रस्ताव भी पारित किए गए।
इस मौके पर अभिषेक झांब, पवन धमीजा, नम्रता सचदेवा, सुरेखा धींगड़ा, मदनलाल झांब, केशव चैधरी, हरीश अरोड़ा, हरीश मलिक, सुरेंद्र खुराना, नरेंद्र अरोड़ा, सुरेंद्र गांधी, राजकुमार कालड़ा, ओमप्रकाश राजपाल, अनिल अरनेजा, नरेंद्र सहगल, किशनलाल मेहता, दिनेश कपूर, मुकेश तनेजा, एडवोकेट राज कुमार गेरा, एडवोकेट हेमंत लूथरा, एडवाकेट अशोक सचदेवा, धारी अरोड़ा, संजय चांदना, नीरज धींगड़ा, लेखराज दुआ, सरदार प्रीतपाल सिंह, निक्का, किशोरीलाल नंदवानी आदि उपस्थित थे।