नई दिल्ली। भारत सरकार की ओर से निर्यात पर प्रतिबंध लगाए जाने के बाद पड़ोसी देश नेपाल में प्याज की कीमतें आसमान चढ़ गई हैं। कुछ दिन पहले तक 20-30 रुपए किलो बिकने वाले प्याज की खुदरा कीमत यहां 150 रुपए किलो तक पहुंच गई है। तो बांगलादेश ने अचानक प्याज का निर्यात रुकने पर नाराजगी जताई है।
Nepal onion prices skyrocket and Bangladesh upset
New Delhi. Onion prices have skyrocketed in neighboring Nepal after the Indian government imposed a ban on exports. A few days ago, the retail price of onions sold for Rs 20-30 per kg has reached Rs 150 per kg. So, Bangladesh has expressed its displeasure at the sudden onion export stoppage.
बांग्लादेश ने किसी सूचना के बिना प्याज के निर्यात पर प्रतिबंध लगाने के भारत के फैसले पर आधिकारिक रूप से अपनी ‘‘गहरी चिंता’’ जताई है।
बांग्लादेश के विदेश मंत्रालय ने ढाका स्थित भारत के उच्चायोग के माध्यम से भेजे पत्र में कहा, ‘14 सितंबर 2020 को भारत सरकार द्वारा अचानक की गई घोषणा से इस संबंध में दो मित्र देशों के बीच 2019 और 2020 में हुई चर्चाओं और इस दौरान बनी आपसी समझ को कमजोर किया गया है।’
नेपाल में कई जगहों पर व्यापारियों ने जमाखोरी और कालाबाजारी शुरू कर दी है। ऐसे में आने वाले दिनों में इसकी कीमत और अधिक बढ़ सकती है। भारत दक्षिण एशिया में प्याज का सबसे बड़ा उत्पादक है। नेपाल, बांग्लादेश, श्रीलंका और मलेशिया भारतीय प्याज पर निर्भर हैं।
नेपाली न्यूज वेबसाइट कांतिपुर की एक रिपोर्ट के मुताबिक काठमांडू के हरित सामुदायिक कृषि बजार तीनकुनेमा में गुरुवार सुबह कई सब्जी विक्रेताओं ने 150 रुपये प्रति किलो प्याज बेचा। दुकानदार थोक बाजारों में इसे 70 रुपए किलो खरीद रहे हैं और खुदरा कीमत 120 से 150 रुपये किलो तक है।
कालीमाटी सब्जी और फल बाजार विकास समिति के अनुसार, प्याज का थोक मूल्य सोमवार को 59 रुपए से 61 रुपये प्रति किलोग्राम था। लेकिन मंगलवार को प्याज की कीमत 74 रुपए से 76 रुपए तक रही। सोमवार की तुलना में मंगलवार को प्याज की कीमतें लगभग 25 प्रतिशत बढ़ीं। भारत की ओर से प्रतिबंध लगाए जाने के बाद हर दिन प्याज की कीमतों में तेजी आ रही है।
भारत के वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय के तहत विदेश व्यापार निदेशालय ने सोमवार को सभी प्रकार के प्याज के निर्यात पर प्रतिबंध लगाने का नोटिस जारी किया था। भारत में कीमतें तेजी से बढ़ रही हैं क्योंकि दक्षिण भारत में भारी बारिश के कारण प्याज का उत्पादन घट गया है। कर्नाटक और आंध्र प्रदेश सहित दक्षिण भारतीय राज्यों में लगातार बारिश से प्याज के उत्पादन को नुकसान पहुंचा है।