फरीदाबाद। पुलिस ने तिगांव थानांतर्गत जसाना गांव में 11 अगस्त को हुए दोहरे हत्याकांड को सुलझा लिया है और इस मामले में 4 हत्यारोपियों को गिरफ्तार किया है।
Police arrested four murderers in Jasana double murder
Faridabad. The police have solved the double murder of July 11 in Jasana village under Tigaon and arrested 4 murderers in this case. Sources say that the police suspected 4 people in the murder. These four were seen in CCTV footage.
सूत्रों का कहना है कि पुलिस को इस हत्याकांड में 4 लोगों पर संदेह था।
ये चारों सीसीटीवी फुटेज में दिखाई पड़े थे।
इन चारों हत्यारोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है।
एसीपी धारणा यादव शुक्रवार दोपहर को मीडिया के समक्ष इस मामले का पूरा खुलासा करेंगी।
विस्तृत और अधिकृत जानकारी इसके बाद ही पता चलेगी कि हत्या के पीछे मूल कारण क्या था।
अब तक प्राप्त जानकारी के अनुसार मंगलवार की दोपहर को जसाना स्थिल घर में घुसकर चार्टर्ड अकाउंटेंट (सीए)
सुखबीर और उनकी पत्नी मोनिका की हाथ-पैर बांधकर हत्या कर दी गई थी।
सुखबीर के सिर में गोली मारी गई थी।
जबकि मोनिका की गर्दन टूटने से मृत्यु की आशंका है।
उसके सिर के पास काफी खून भी जमा था।
हत्यारों ने दोनों के हाथ-पैर बांधने के लिए सर्जिकल टेप का इस्तेमाल किया था।
मोनिका का मायका इसी गांव में है।
मोनिका के घर उसके पिता के यहां से दूध जाता था।
जसाना गांव में रहने वाले मोनिका के पिता रामबीर गांव में ही दूध की डेरी चलाते हैं।
मंगलवार शाम वह दूध लेने नहीं पहुंची, तो मोनिका के पिता ने बेटे मनीष को मोनिका के घर दूध देकर आने को कहा।
वह रात करीब 9 बजे मोनिका के घर पहुंचा, तो वहां अंधेरा था।
मेन गेट व अन्य सभी दरवाजे खुले हुए थे।
मनीष ने अपनी बहन को आवाज दी, मगर किसी ने कोई जवाब नहीं दिया।
जब उसने अंदर जाकर लाइट जलाई, तो उसकी चीख निकल गई।
सुखवीर व मोनिका खून से लथपथ फर्श पर पड़े हुए थे।
उसके चीखने की आवाज सुनकर आस-पास के लोग आ गए।
यह खबर थोड़ी ही देर में गांव में फैल गई।
खबर पाकर गांव व परिवार के सभी लोग मौके पर आ गए।
इस घटना की सूचना पुलिस को दी गई।
सुखबीर मूल रूप से गांव फतेहपुर चंदीला का रहने वाला था।
जसाना गांव निवासी मोनिका से उनकी शादी दो मई, 2013 को हुई थी।
सुखबीर ने जसाना में ही जमीन लेकर घर बनाया था और वहीं पत्नी के साथ रहता था।
शादी के 7 साल बीतने के बाद भी अभी तक दोनों के कोई संतान नहीं थी।
सुखबीर ने अपने बड़े भाइयों के साथ बड़खल क्षेत्र में प्लास्टिक की बोतलें बनाने की फैक्टरी लगा रखी थी।
वह फैक्टरी के अकाउंट का काम भी खुद ही देखते थे।
मोनिका गृहिणी थीं।
मंगलवार को सुखबीर फैक्टरी नहीं गए थे।
सुखबीर मंगलवार को मोनिका को चेकअप के लिए डॉक्टर के पास लेकर गया था।
वहां से दोनों दोपहर करीब साढ़े 11 बजे घर आ गए थे।
पुलिस ने आस-पास लगे सीसीटीवी की फुटेज खंगाली, तो उसमें चार संदिग्ध नजर आए।
पुलिस को पास के ही एक मकान से सीसीटीवी फुटेज मिली है।
इससे पता चला कि मंगलवार दोपहर 1 बजकर 37 मिनट पर चार युवक दो बाइकों से मकान के पास गली में आए।
बाइकों को मकान से दूर खड़ा किया गया।
दोनों का मर्डर करने के बाद आरोपी 2 बजकर 18 मिनट पर वापस जाते दिखे।
दो युवक पहले घर से निकले, जिन्होंने बाइक स्टार्ट की और मकान के पास आकर खड़े हो गए।
कुछ ही देर बाद दो युवक मकान में से भागते हुए आए और बाइकों पर बैठ गए।
इसके बाद हत्यारे फरार हो गए।
पुलिस का कहना है कि सीसीटीवी फुटेज में नजर आ रहे आरोपियों ने ही घटना को अंजाम दिया है।
घर के हालात और मोनिका के शव को देख पुलिस को अंदेशा है कि बचाव के लिए मोनिका ने हत्यारों का विरोध किया था।
इसी वजह से घर में सामान भी फैला पड़ा मिला है।
हत्यारों ने पहले सुखवीर को काबू कर उसके हाथ-पैर बांधे होंगे, उसके बाद मोनिका को बांधा है।
मोनिका की हत्या सिर में चोट लगने से हुई है।
माना जा रहा है कि प्रतिशोध के दौरान हत्यारों ने मोनिका का सिर दीवार में देकर मारा होगा और फिर उसकी गर्दन तोड़ी होगी।
इसके बाद सुखवीर के सिर में पिस्टल से गोली मारी गई है।
उनके घर में 9 एमएम गोली का खोल मिला है। पुलिस ने जिसे कब्जे में ले लिया था।
सुखवीर जिस जगह पर मकान बनाकर रहता है, वहां पर आस-पास और पीछे के एरिया में सभी प्लॉट खाली हैं।
जबकि सामने पड़ोस में रहने वाले मकान मालिक घटना के समय घर पर नहीं थे।
यह परिवार किसी काम से बाहर गया हुआ था।
किसी ने भी गोली चलने की आवाज नहीं सुनी।
पति-पत्नी की बेरहमी से हत्या करने वाले हत्यारे पेशेवर माने जा रहे हैं।
सुखवीर ने अपने मकान के बाहर सीसीटीवी लगाया हुआ है।
हत्यारों ने घर में पहुंचने पर सबसे पहले गेट पर लगे सीसीटीवी कैमरे को तोड़ दिया।
उसके बाद वह घर में घुसे हैं।
बताया जाता है कि सुखवीर ने सीसीटीवी को अपने मोबाइल से कनेक्ट किया हुआ था।
लगता है कि बदमाशों को इस बात की जानकारी थी।
तभी वह पति-पत्नी का मोबाइल व लैपटॉप भी अपने साथ ले गए हैं।
ताकि किसी प्रकार का कोई सुराग नहीं बच सके।