फरीदाबाद। ट्यूशन फीस को लेकर शिक्षा विभाग द्वारा निकाले गए आदेशों पर पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट द्वारा रोक न लगाने के बाद कुछ बड़े स्कूलों ने बढ़ी हुई फीस को रोलबैक कर लिया है। जिन अभिभावकों ने बढ़ी हुई फीस जमा करा दी है, उनको यह फीस जून व जुलाई की फीस में एडजस्ट करने को कहा है।
School Fee: large private schools in Haryana forced to roll back
हरियाणा अभिभावक एकता मंच ने इसे अभिभावकों की जीत बताते हुए कहा कि जिन स्कूल प्रबंधकों ने अभी भी बढ़ी हुई फीस को वापस नहीं किया है, उनसे भी मंच ने फीस रोल बैक करने के लिए कहा है।
मंच के प्रदेश महासचिव कैलाश शर्मा व जिला सचिव डॉ. मनोज शर्मा ने चेयरमैन एफएफआरसी को तीसरा पत्र लिखकर कहा है कि जिन स्कूल प्रबंधकों ने अभी भी बढ़ी हुई फीस को वापस नहीं लिया है, उनसे फीस रोल बैक करवाएं और जिन स्कूल प्रबंधकों ने बढ़ी हुई फीस अभिभावकों से ले ली है उसको जून और जुलाई की फीस में एडजस्ट कराएं। जो स्कूल प्रबंधक ऐसा न करें, उनके खिलाफ उचित कार्रवाई की जाए।
कैलाश शर्मा ने कहा है कि कई स्कूलों के अभिभावकों ने मंच को जानकारी दी है कि स्कूल प्रबंधक जुलाई से तिमाही आधार पर एनुअल चार्ज व अन्य फंडों के साथ फीस लेने के लिए नोटिस भेज रहे हैं।
मंच ने अपने पत्र में ऐसे स्कूलों के खिलाफ उचित कार्रवाई करने की मांग की है।
मंच ने अभिभावकों से कहा है कि वह इस प्रकार के नोटिस के साथ चेयरमैन एफएफआरसी के पास लिखत शिकायत दर्ज कराएं और उसकी प्रति मंच को दें। अभिभावक जुलाई से भी मासिक आधार पर गत वर्ष की ट्यूशन फीस ही जमा कराएं। जिन स्कूल प्रबंधकों ने ट्यूशन फीस में अन्य फंडों को मर्ज कर दिया है और मांगने पर वे ट्यूशन फीस का ब्रेकअप नहीं दे रहे हैं, उसकी भी शिकायत चेयरमैन एफएफआरसी से करें।
उन्होंने कहा कि अगर चेयरमैन एफएफआरसी उनकी शिकायत पर शीघ्र कार्रवाई नहीं करता है, तो तुरंत अतिरिक्त मुख्य सचिव शिक्षा डॉ महावीर सिंह के पास शिकायत दर्ज कराएं।
जिन अभिभावकों ने आर्थिक कारणों से अप्रैल मई-जून की फीस जमा नहीं कराई है, वे अपने आर्थिक कारणों का हवाला देते हुए अपने स्कूल प्रबंधक को लिखित में फीस जमा न कराने का कारण बताएं और आर्थिक स्थिति ठीक होने पर आगे फीस देने के लिए कहें और अपनी किसी भी समस्या के लिए मंच के हेल्पलाइन नंबर पर व ईमेल आईडी माजंउंदबी2015/हउंपसण्बवउ पर भी संपर्क करें। मंच उनकी पूरी मदद करेगा।