रुद्रप्रयाग। उत्तराखंड स्थित रुद्रप्रयाग में साल 2018 में दुर्घटनाग्रस्त हुए भारतीय वायुसेना के एमआई 17 हेलिकॉप्टर के मलबे को चिनूक हेलिकॉप्टर से जरिए पास के ही एयरबेस तक ले जाया गया। इस हेलिकॉप्टर के मलबे को वहां से हटाने की बीते 15 दिनों से तैयारियां चल रही थीं।
Watch video: Chinook chopper a crashed helicopter in Kedarnath
Rudraprayag. The wreckage of the MI17 helicopter of the Indian Air Force that crashed in Rudraprayag in Uttarakhand in 2018 was taken to a nearby airbase via a Chinook chopper. Preparations were on for the last 15 days to remove the wreckage of this helicopter.
हाल ही में वायुसेना के अधिकारी केदारनाथ पहुंचे थे और क्षतिग्रस्त हेलिकॉप्टर का जायजा लिया। चिनूक हेलीकॉप्टर भारतीय वायु सेना के एमआई -17 हेलीकॉप्टर के मलबे को वापस ले जाने के लिए शनिवार को केदारनाथ में एमआई -17 हेलीपैड पर उतरा था।
साल 2018 में केदारनाथ मंदिर के पीछे स्थित हेलीपैड पर उतरते समय वायु सेना का एमआई-17 हेलीकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त हो गया। घटना में पायलट को हल्की चोट आई, जबकि हेलीकॉप्टर क्षतिग्रस्त हो गया। भारतीय वायुसेना ने क्षतिग्रस्त एमाअई-17 को वहीं छोड़ दिया था।
तब जानकारी दी गई थी कि केदारनाथ मंदिर के पास हेलीपैड पर उतरते समय लोहे के गार्डर से टकराकर वायु सेना के एक कार्गो हेलीकॉप्टर में आग लग गई थी। इस घटना में 4 लोग मामूली रूप से घायल हो गए थे।
घटना के बाद रूद्रप्रयाग के जिलाधिकारी ने बताया था कि मंगेश घिल्डियाल ने बताया कि वायुसेना का मालवाहक हेलिकॉप्टर एमआई-17 गुप्तकाशी से केदारनाथ जा रहा था लेकिन वह हेलीपैड पर उतरने से पहले ही दुर्घटनाग्रस्त हो गया था।
हेलिकॉप्टर केदारनाथ में मशीनें पहुंचाने जा रहा था। इस हेलिकॉप्टर में छह लोग सवार थे।
#WATCH: A Chinook helicopter takes off from a helipad in Kedarnath shrine with the debris of Indian Air Force's MI-17 helicopter which had met with an accident in 2018. pic.twitter.com/IzsjU6MVXZ
— ANI (@ANI) October 17, 2020