हिसार में आंदोलनरत किसान नेताओं का कृत्य अमानवीय है: भाटी

फरीदाबाद। हिसार के चौधरी देवी लाल संजीवनी कोविड हस्पताल जो 500 बैड का हैए जिसका उद्घाटन हरियाणा की यशस्वी मुख्यमंत्री मनोहर लाल जी ने आज किया। उसके उद्घाटन को रुकवाने व व्यवधान डालने की हर कोशिश आंदोलनजीवी तथाकथित किसान नेताओं ने की। तथाकथित किसान नेता चाहते थे कि हिसार के इस 500 बैड के हस्पताल को चालू न किया जाए सके और जनता कोरोना से मरती हैए तो मरती रहे। यह कहना है भाजपा सहकारिता प्रकोष्ठ के चेयरमैन हुकुम सिंह भाटी का।

Act of agitating farmer leaders in Hisar is inhuman: Bhati

चेयरमैन हुकुम सिंह भाटी ने कहा कि यह मानवता के लिए एक कलंक हैए जहां कोविड.19 के मरीज एक.एक सांस के लिए संघर्ष कर रहे हैंए वहां किसान नेताओं का अस्पताल के उद्घाटन को रुकवाना कभी भी न्याय संगत नहीं कहा जा सकता और ऐसे किसान समाज हितैषी नहीं हो सकते।

उन्होंने कहा कि एक तरफ जहां किसान अपनी फसल से अनेक प्राणियों का भला करता है वही यह किसान नेता मानवता को बर्बाद करने पर उतारू हो गए हैं।

उन्होने कहा कि मुख्यमंत्री व भाजपा के राष्ट्रीय व प्रांतीय नेताओं ने अपील की थी कि कोरोना के बढ़ते प्रकोप में दिल्ली बॉर्डर से यह किसान नेता अपना आंदोलन खत्म कर दें और वैक्सीन लगवाएंए परंतु इन किसान नेताओं ने अपनी हठधर्मिता नहीं छोड़ी। इसका परिणाम आज हरियाणाए पंजाबए दिल्लीए राजस्थान व उत्तर प्रदेश कि गांवों में कोरोना मरीजों का बहुत अधिक बढ़ना है।

उन्होंने कहा कि ऐसे अमानवीय कृत्य के लिए ऐसे किसान नेताओं के खिलाफ कार्यवाही की जानी चाहिए। वैसे भी कानून अगर किसी को अपनी बात कहने का अधिकार देता हैए तो दूसरों का यह भी अधिकार है की उनके मूलभूत अधिकारों में कोई दूसरा दखल न दें। परंतु यह किसान नेता सामान्य नागरिकों के मूलभूत अधिकारों पर कुठाराघात कर रहे हैं और दिल्ली के आवागमन को अवरोध किया हैए यह आज पूरा समाज जानता है। इस विषय पर सरकारों को भी गंभीरता से सोचने की जरूरत है ।

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