फरीदाबादः कानपुर के हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे के 3 गुर्गे गिरफ्तार, 1 रिमांड पर, 2 न्यायायिक हिरासत में भेजे गए

 

फरीदाबाद। कानुपर के बिकरू गांव में 8 पुलिस कर्मियों की हत्या करके पूरे देश में सनसनी फैलाने वाले दुर्दांत हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे फरीदाबाद में 2-3 दिन छिपा रहा। पुलिस ने खुलासा किया है कि विकास दुबे के 3 गुर्गों को फरीदाबाद से गिरफ्तार किया है। जिन्हें यहां की अदालत में पेश किया गया। एक को पुलिस रिमांड पर भेजा गया, तो 2 लोगों को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है।

Faridabad: 3 henchmen of Kanpur history sheeter Vikas Dubey arrested, 1 on remand, 2 sent to judicial custody

सूत्रों के अनुसार 7 जुलाई को उप्र और फरीदाबाद की पुलिस टीमों ने यहां के बड़खल मोड़ स्थित एक ओयो होटल पर छापा मारा था।

उप्र पुलिस की ओर से कुछ इनपुट मिलने के बाद उप्र और फरीदाबाद की सीआईए टीमों ने संयुक्त कार्रवाई की थी।

पुलिस ने गेस्ट हाउस में गहन छानबीन की।

टीमों ने होटल के सभी कमरों और छिप सकने वाली हर जगहों को खंगाला।

गेस्ट हाउस की सीसीटीवी फुटेज पुलिस ने जरूर अपने कब्जे में ली है।

विकास दुबे के हुलिया वाला व्यक्ति

इस सीसीटीवी फुटेज में विकास दुबे की डील-डोल वाला एक व्यक्ति और एक एक गमछा लपेटे हुए एक व्यक्ति दिख रहा है।

विकास दुबे की डील-डोल वाले व्यक्ति ने नीले रंग का मास्क लगाया हुआ है।

विकास दुबे ने नीली टी शर्ट और हल्की नीली जींस पहनी हुई है।

उसकी तोंद और हेयरकट भी विकास दुबे से मेल खा रही है।

विकास दुबे रिसेप्शन काउंटर पर कुछ फारमेलिटी पूरी करता दिखाई पड़ रहा है।

उसके पीछे मुंह पर हाथ लगाए एक युवक खड़ा हुआ है, जो संभावित विकास दुबे का साथी लग रहा है।

इस युवक ने हल्की गुलाबी रंग की टी शर्ट पहनी हुई है।

एक कॉलोनी में भी रुका विकास

पुलिस को सूचना मिली है कि विकास दुबे होटल से फरार होने से पहले नहर पार की न्यू इंदिरा कांलैक्स में भी अपने जानकारों के यहां रुका था।

पुलिस ने यहां के एक मकान शांति मिश्रा, मकान नंबर 38, सेक्टर 87 से भी कुछ गिरफ्तारियां की है।।

3 गिरफ्तार

पुलिस ने विकास दुबे के गुर्गे कार्तिकेय उर्फ प्रभात को गिरफ्तार कर लिया है।

प्रभात से 4 हथियार बरामद हुए हैं, जिनमें से 2 सरकारी पिस्टल यूपी पुलिस की हैं।

इसके अलावा दुबे के 2 गुर्गे अंकुर और श्रवण को भी गिरफ्तार किया है।

प्रभात का पुलिस रिमांड

तीनों को पुलिस ने यहां की अदालत में 8 जुलाई को पेश किया।

प्रभात को पुलिस ने 24 घंटे के लिए रिमांड पर लिया है।

जबकि अंकुर और श्रवण को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है।

कार्तिकेय उर्फ प्रभात बिकरू गोलीकांड में विकास दुबे के साथ था।

 

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