कानपुर के दुर्दांत हिस्ट्रीशीटर के फरीदाबाद में होने के इनपुट से मचा हड़कंप, पुलिस ने होटल में दी दबिश

 

फरीदाबादः कानपुर में 9 पुलिस कर्मियों की हत्या के दुर्दांत हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे और उसके साथियों के फरीदाबाद में छिपे होने की सूचना से पुलिस विभाग में हड़कंप मच गया। उप्र की विशेष टीम और फरीदाबाद की सीआईए टीमों ने एक ओयो होटल पर भी छापा मारा। पुलिस ने सीसीटीवी कैमरे की फुटेज बरामद कर ली है। इसमें विकास दुबे सरीखा एक व्यक्ति दिखाई पड़ रहा है।

Faridabad: Furore caused by input from Kanpur’s Durdant History Sheeter in Faridabad

सूत्रों का कहना है कि उप्र पुलिस की ओर से कुछ इनपुट मिलने के बाद उप्र और फरीदाबाद की सीआईए टीमों ने संयुक्त कार्रवाई की।

इन टीमों ने मथुरा रोड स्थित बड़खल चौक के पास स्थित एक ओयो गेस्ट हाउस को घेर लिया।

पुलिस ने गेस्ट हाउस में गहन छानबीन की।

टीमों ने होटल के सभी कमरों और छिप सकने वाली हर जगहों को खंगाला।

किंतु पुलिस खुलासा नहीं कर रही है कि विकास दुबे और उसका कोई साथी वहां मिला या नहीं।

गेस्ट हाउस की सीसीटीवी फुटेज पुलिस ने जरूर अपने कब्जे में ली है।

विकास दुबे के हुलिया वाला व्यक्ति

इस सीसीटीवी फुटेज में विकास दुबे की डील-डोल वाला एक व्यक्ति और एक एक गमछा लपेटे हुए एक व्यक्ति दिख रहा है।

विकास दुबे की डील-डोल वाले व्यक्ति ने नीले रंग का मास्क लगाया हुआ है।

संभावित विकास दुबे ने नीली टी शर्ट और हल्की नीली जींस पहनी हुई है।

उसकी तोंद और हेयरकट भी विकास दुबे से मेल खा रही है।

फिर भी दावे से नहीं कहा जा सकता कि फुटेज में विकास दुबे ही है।

संभावित विकास दुबे रिसेप्शन काउंटर पर कुछ फारमेलिटी पूरी करता दिखाई पड़ रहा है।

उसके पीछे मुंह पर हाथ लगाए एक युवक खड़ा हुआ है, जो संभावित विकास दुबे का साथी लग रहा है।

इस युवक ने हल्की गुलाबी रंग की टी शर्ट पहनी हुई है।

दो संदिग्धों से पूछताछ

सूत्र बताते हैं कि पुलिस ने गेस्ट की एंट्री रखे जाने वाले रजिस्टर की जांच की।

इसमें दो संदिग्ध लोगों का पता चला, तो पुलिस ने इन युवकों से पूछताछ की है।

कुछ तो गड़बड़ है

एक पुलिस अधिकारी ने कहा कि इतना जरूर पता लगा था कि बड़खल चौक पर किसी गेस्ट हाउस पर फायरिंग हुई है। किंतु टीम ने वैरीफाई किया, तो ऐसा कुछ नहीं मिला। इससे अधिक इस अधिकारी ने कुछ भी कहने से इनकार कर दिया।

पुलिस जिस ढंग से व्यवहार कर रही है, उससे लगता है कि विकास दुबे का मामला बेहद संवेदनशील होने की वजह से पुलिस कुछ छिपा रही है।

अभी तक यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि पुलिस की टीमों को इस दुर्दात हिस्ट्रीशीटर को दबोचने में कहां तक सफलता मिली है।

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