सावन के सोमवार में कैसे पूजा की जाती है?

सावन के सोमवार: भगवान शिव की पूजा विधि और महत्व

सावन का पवित्र महीना भगवान शिव की पूजा के लिए विशेष माना जाता है। इस महीने में आने वाले प्रत्येक सोमवार को “सावन सोमवार” के रूप में मनाया जाता है और इन दिनों भगवान शिव की पूजा करना अत्यंत फलदायी माना जाता है।

पूजा विधि:

  • सुबह जल्दी उठकर स्नान करें और स्वच्छ वस्त्र पहनें।
  • घर के पूजा स्थान को साफ करें और गंगाजल से धो लें।
  • शिवलिंग या भगवान शिव की प्रतिमा को स्थापित करें।
  • शिवलिंग पर गंगाजल, दूध, दही, घी और शहद से अभिषेक करें।
  • बेलपत्र, धतूरा, आक, कमल और अन्य फूल चढ़ाएं।
  • दीपक और अगरबत्ती जलाएं।
  • शिव मंत्रों का जाप करें या “ॐ नमः शिवय” मंत्र का 108 बार जप करें।
  • भगवान शिव की आरती गाएं।
  • प्रसाद चढ़ाएं और भोग लगाएं।
  • दिन भर व्रत रखें और सात्विक भोजन ग्रहण करें।
  • शाम को आरती के बाद व्रत का पारण करें।

सावन सोमवार का महत्व:

  • मान्यता है कि सावन के सोमवार को भगवान शिव की पूजा करने से सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं।
  • इस दिन भगवान शिव की पूजा करने से पापों का नाश होता है और मोक्ष की प्राप्ति होती है।
  • सावन के सोमवार को व्रत रखने से कुंडली में मौजूद ग्रहों के दोष दूर होते हैं।
  • इस दिन भगवान शिव की पूजा करने से अविवाहित लड़कियों को अच्छे वर की प्राप्ति होती है।
  • सावन के सोमवार को भगवान शिव की पूजा करने से संतान प्राप्ति में भी सफलता मिलती है।

इस वर्ष सावन का पहला सोमवार 22 जुलाई, 2024 को होगा। आप भी इस पवित्र अवसर पर भगवान शिव की पूजा करके उनका आशीर्वाद प्राप्त कर सकते हैं।

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