नई दिल्ली। रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) द्वारा विकसित एंटी ड्रोन सिस्टम को लाल किले पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सुरक्षा में तैनात किया गया था। ये एंटी ड्रोन सिस्टम किसी भी ड्रोन हमले से बचाने की क्षमता रखता है। साथ ही छोटे से छोटे ड्रोन को तीन किलोमीटर के दायरे में आने से रोकता है।
This special machine was deployed under PM Modi’s special security
New Delhi. The anti-drone system developed by the Defense Research and Development Organization (DRDO) was deployed at the Red Fort under the protection of Prime Minister Narendra Modi. These anti-drone systems have the capability to protect against any drone attack. Also prevents small drones from coming within a radius of three kilometers.
एंटी ड्रोन सिस्टम एक से ढाई किलोमीटर के दायरे में उसे लेजर की मदद से मार गिराने में सक्षम होता है। डीआरडीओ के लिए यह बड़ी सफलता मानी जा रही है।
डीआरडीओ ने ऐसी तकनीक विकसित की है, जो या तो जैमिंग कमांड के माध्यम से माइक्रो ड्रोन्स को नीचे ला सकती है या लेजर पर आधारित निर्देशित ऊर्जा हथियार के माध्यम से ड्रोन्स के इलेक्ट्रॉनिक्स उपकरण को नुकसान पहुंचा सकती है।
एंटी ड्रोन सिस्टम तीन किलोमीटर तक के माइक्रो ड्रोन्स का पता लगा सकती है।
बता दें कि 74वें स्वतंत्रता दिवस के मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लाल किले की प्रचीर से झंडा फहराने के बाद देश को संबोधित किया।
देश को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कोरोना महामारी, लद्दाख में चीन के साथ विवाद, आत्मनिर्भर भारत, राष्ट्रीय शिक्षा नीति जैसे कई अहम मुद्दों का जिक्र किया। इस दौरान सुरक्षा एजेंसी ने लाल किले की चाक चौबंद व्यवस्था की हुई थी।
कोरोना महामारी के कारण इस स्वतंत्रता दिवस के मौके पर उतनी चहल पहल नहीं दिखी, जितनी पहले देखी जाती थी।
कोरोना के संक्रमण को देखते हुए सोशल डिस्टेंसिंग का भी ख्याल रखा गया। लोग दो गज की दूरी का खास ध्यान रखे थे।
स्वतंत्रता दिवस समारोह के लिए रक्षा मंत्रालय ने व्यापक तैयारियां की थीं और जरूरी दिशानिर्देश जारी किए थे।
प्रवेश के पहले विभिन्न द्वारों पर मास्क और सैनिटाईजर की व्यवस्था की गई थी।