दिल्ली के बाद सीएम खट्टर ने हरियाणा में भी पटाखों पर लगाया प्रतिबंध

चंडीगढ़। दिल्ली और चंडीगढ़ की तरह हरियाणा में भी दीपावली पर आतिशबाजी नहीं हो सकेगी। कोरोना और लगातार बढ़ते प्रदूषण के चलते प्रदेश सरकार ने दीवाली पर पटाखों की बिक्री और आतिशबाजी पर रोक लगा दी है। आदेश के उल्लंघन पर जुर्माना किया जाएगा।

After Delhi, CM Khattar banned firecrackers in Haryana too

Chandigarh. Like Delhi and Chandigarh, there will be no fireworks on Diwali in Haryana. Due to Corona and continuously increasing pollution, the state government has banned the sale of firecrackers and fireworks on Diwali. Violations of the order will be fined.

मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने शुक्रवार को फैसले की जानकारी देते हुए बताया कि यह आदेश तत्काल प्रभाव से लागू होगा। प्रदेश के आठ शहरों में वायु की गुणवत्ता बहुत खराब है, जिससे महामारी के फैलने का खतरा और बढ़ गया है। खराब एयर क्वालिटी का लोगों के स्वास्थ्य पर गहरा असर पड़ता है। खासतौर पर तब, जब कोरोना वायरस फेफड़ों पर विपरीत प्रभाव डाल रहा है।

विशेषज्ञों का मानना है कि खराब एयर क्वालिटी से उन लोगों को खतरा और बढ़ जाता है, जो पहले से ही विभिन्न बीमारियों से पीड़ित हैं। कोरोना वायरस श्वसन तंत्र पर सीधा असर डालता है।

बता दें, हरियाणा में आबोहवा लगातार खराब हो रही है। प्रदूषण बढ़ने के कारण कोरोना संक्रमण का खतरा और बढ़ जाता है। ऐसे में अगर दीपावली पर आतिशबाजी होगी तो खतरेे की आशंका और ज्यादा हो जाएगी।

इसी के मद्देनजर सरकारें चौकन्नी हो गई हैं। दोपहर में चंडीगढ़ प्रशासन द्वारा पटाखों की बिक्री पर पाबंदी लगाए जाने के बाद शाम को हरियाणा ने भी इस पर प्रतिबंध लगा दिया।

डॉक्टरों के मुताबिक ज्यादा प्रदूषण के कारण कई तरह की बीमारियां हो सकती हैं। मसलन प्रदूषण के बढने से कोरोना का संक्रमण तो बढ़ने की संभावना है ही, इसके साथ ही इससे शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता भी काफी कम हो जाती है। खासतौर पर बच्चे और बुजुर्ग तो इसके सीधी चपेट में आ रहे हैं। प्रदूषण का असर गले पर भी पड़ रहा है और गला खराब होते ही बुखार, खांसी, जुकाम हो रहा है। लोग प्रदूषण से अपने को बचाकर रखें।

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