हरियाणाः वाहन मालिकों के हमले में अतिरक्ति उपायुक्त और कर्मचारी जान बचाकर भागे, केस दर्ज

अम्बाला। अतिरिक्त उपायुक्त (एडीसी) कम आरटीए सचिव प्रीति की टीम पर हुए हमले के मामले में वीरवार आधी रात को पंजोखरा थाने में जान लेवा हमला, अपहरण, मारपीट, साजिश रचने समेत अन्य धाराओं में केस दर्ज कर लिया गया है। हमले के कारण एडीसी प्रीति को मौके से जान बचाकर भागना पड़ा। कुल कर्मचारी तो उनकी ही कार में बैठकर जान बचाकर भागने में कामयाब हो गए, तो कुछ कर्मचारियों ने खेतों में छुपकर अपनी जान बचाई।

Haryana: Additional Deputy Commissioner and employees escaped in the attack of vehicle owners, case registered

Ambala. In the case of an attack on the team of Additional Deputy Commissioner-ADC-cum-RTA Secretary Preeti, a case has been registered in Panjokhara police station on Thursday midnight in various sections including life assault, kidnapping, assault, conspiracy and other sections. Due to the attack, ADC Preeti had to run away from the spot. If the total employees managed to escape by saving their lives by sitting in their car, then some employees saved their lives by hiding in the fields.

केस में बलदेव नगर के कुछ ट्रांसपोर्टर व भारी वाहनों के चालकों समेत 8 लोगों को नामजद करते हुए 50-60 अन्य लोगों पर केस दर्ज किया है।

इससे पहले एडीसी प्रीति करीब दो घंटे तक थाने के बाहर अपनी गाड़ी में बैठीं रहीं।

वह तभी थाने में गईं जब मुख्यालय, अम्बाला कैंट और नारायणगढ़ के डीएसपी व कैंट एसडीएम सुभाष सिहाग पहुंचे।

बताते हैं कि एडीसी ने अफसरों के बीच इस बात पर नाराजगी जताई कि उनकी टीम जान पर खेल कर ओवरलोडिंग माफिया से लड़ रही है लेकिन पुलिस से अपेक्षित सहयोग नहीं मिल रहा।

ओवरलोडिंग से जुड़े ट्रांसपोर्टरों व चालकों की पहचान बताए जाने के बावजूद उन्हें पकड़ा नहीं गया।

पुलिस अफसरों ने कहा कि चेकिंग पर जाते वक्त उन्हें सूचना दे दें, ताकि सुरक्षा का ध्यान रखा जा सके।

सूत्रों के मुताबिक एडीसी अतिरिक्त सुरक्षा के लिए पहले ही एसपी को पत्र लिख चुकी हैं।

वाहनों के दस्तावेज जब्त किए

एडीसी आरटीए कार्यालय की टीम के साथ वीरवार को दोपहर में चेकिंग पर निकलीं थी।

देर शाम को विवाद होने तक 11 वाहनों के चालान भी काट दिए थे।

इसकी सूचना मिलते ही ओवरलोडिड ट्रकों के चालकों ने पंजाब बॉर्डर में हंडेसरा के आसपास अपने ट्रक रोक लिए।

एडीसी बॉर्डर पर दो घंटे तक ट्रकों के निकलने का इंतजार करती रहीं।

ट्रक वहां से नहीं निकले, तो करीब साढ़े 7 बजे टीम के साथ पंजोखरा से हंडेसरा की तरफ गईं।

वहां मिले ओवरलोडिड वाहनों के दस्तावेज जब्त किए।

तभी काफी लोग पहुंच गए और यूएसए गार्डन के पास सरकारी गाड़ियों को घेर लिया।

टीम के कुछ सदस्यों को तो प्रीति अपनी कार में बैठाकर निकल गईं, जबकि कुछ भीड़ में फंस गए जो बाद में पैदल ही भागकर पंजोखरा पहुंचे।

ट्रांसपोर्टरों पर केस दर्ज

आरटीए के सहायक सचिव रूपराम की शिकायत पर पंजोखरा पुलिस ने जानलेवा हमला करने, ट्रांसपोर्ट सब इंस्पेक्टर शेर सिंह का अपहरण करने, आपराधिक षडयंत्र रचने, सरकारी काम में बाधा पहुंचाने व संपत्ति को नुकसान पहुंचाने समेत अन्य धाराओं में केस दर्ज हुआ है।

जिन्हें नामजद किया गया है, उनमें बलदेव नगर के ट्रांसपोर्टर व उनके चालक शामिल हैं।

शेर सिंह को पुलिस ने देर रात बलदेव नगर से हिरासत में लिया।

आरोप है कि ट्रांसपोर्टर उन्हें अगवा कर ले गए थे।

सरकारी वाहन के चालक गुरमीत सिंह का पुलिस ने रात में मेडिकल करवाया।

कार्रवाई होने के बाद ही रात को करीब 11 बजे एडीसी थाने से निकलीं।

हंडेसरा थाने में शिकायत

उधर, आरटीए टीम के खिलाफ पंजाब के हंडेसरा थाने में शिकायत दी गई है।

ट्रैक्टर चालक ने आरोप लगाया कि टीम ने उसके साथ मारपीट की।

हालांकि देर रात तक यहां कोई केस दर्ज नहीं हुआ था।

घटनास्थल पर पलटी गई आरटीए कार्यालय की सरकारी बुलेरो को हंडेसरा पुलिस ले गई थी, जिसे देर रात पंजोखरा पुलिस के हवाले कर दिया गया।

अम्बाला के डीसी अशोक शर्मा की ब्रीफिंग के बाद हरियाणा सरकार के अफसरों ने पंजाब के पुलिस अफसरों से भी संपर्क किया।

 

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