विशाल प्रदर्शन में शारदा राठौर बोलीं निकिता तोमार को मिले शौर्य पुरस्कार

फरीदाबाद। निकिता तोमर हत्याकांड के विरोध में आज बल्लभगढ़ के मुख्य बाजार में विरोध मार्च निकाला गया। प्रदर्शनकारी महिलाएं व पुरुष हाथों में तख्तियां लिए हुए थे, जिन पर निकिता के हत्यारों को फांसी दो लिखा हुआ था। यह विरोध मार्च पूर्व विधायक शारदा राठौर के नेतृत्व में मोहना रोड स्थित कार्यालय से शुरू हुआ और मुख्य बाजारों से होता हुआ राष्ट्रीय राजमार्ग पर पहुंचा, जहां पर  प्रदर्शनकारियों को पुलिस ने  निकिता के घर जाने से रोक लिया। इस दौरान प्रदर्शनकारी लगातार नारे लगाकर हत्यारों को फांसी की मांग करते रहे।

In a huge protest, Sharada Rathore said Nikita Tomar should awardeded gallantry award

Faridabad. A protest march was held in the main market of Ballabhgarh today to protest the Nikita Tomar murder. Protesting women and men held placards in their hands, hanging two of Nikita’s killers. The protest began in under the leadership of former MLA Sharda Rathore from the office at Mohna Road and reached the national highway via the main markets, where the protesters were stopped by the police from going to Nikita’s house. During this period, protesters continued to raise slogans demanding execution of the killers.

प्रदर्शन में लोगों को संबोधित करते हुए पूर्व विधायक शारदा राठौर ने कहा कि हम सरकार से मांग करते हैं कि सभी स्कूल व कॉलेजों में सुरक्षा हेतु पुलिस की तैनाती हो, जगह-जगह सीसीटीवी कैमरे लगे हो व गेट पर मैटल डिटेक्टर लगाए जाएं। जिससे बेटियों के प्रति बढ़ते अपराधों पर रोक लग सके।

पूर्व सीपीएस ने कहा कि निकिता हत्याकांड से सभी लोग स्तब्ध व सहमे हुए हैं मां-बाप अपनी बेटियों की सुरक्षा को लेकर बहुत डरे हुए हैं। इस तरह के अपराधों से लड़कियों की शिक्षा पर भी प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा है। माता-पिता लड़कियों को कालेज में किसी अनहोनी की आशंका से भेजने से घबरा रहे हैं।

उन्होंने कहा कि दुर्गावाहिनी कागजों से निकालकर धरातल पर सक्रिय किया जाए। अब समय आ गया है कि बयानबाजी और नारेबाजी से ऊपर उठकर कुछ रचनात्मक कदम उठाए जाएं। जनता नेताओं के आश्वासनों व बयानबाजी से तंग आ चुकी है। आए दिन हमारी बेटियां दुष्कर्म का भी शिकार होती हैं और अपनी जान गवा रही हैं। ऐसे मामलों की कुछ ही दिन चर्चा होती है, फिर ऐसे मामले ठंडे बस्ते में डाल दिए जाते हैं। प्रशासन का ऐसा लचर रवैया ही अपराधों को प्रोत्साहन देता है।

हरियाणा सरकार से मांग करते हुए शारदा राठौर ने कहा निकिता बेटी को अंतिम सांस तक संघर्ष के लिए शौर्य पुरस्कार के लिए नामित करें। निकिता के परिवार को आर्थिक राहत प्रदान की जाए और परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी प्रदान की जाए।

 

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