फरीदाबाद। बड़खल के पूर्व प्रत्याशी एवं वरिष्ठ कांग्रेसी नेता विजय प्रताप सिंह ने कहा कि कांग्रेस इसलिए इन कृषि विधेयकों का विरोध कर रही है कि सरकार झूठ बोल रही है और लोगों को भ्रमित कर रही है। किसान, किसान संगठन, आढ़ती और कांग्रेसी यह चाहती है कि ये बिल किसान विरोधी हैं और इन्हें वापस लिया जाए, क्योंकि न तो किसानों से ही बात की गई और न ही आढ़तियों से।
Government withdraws anti-farmer bill: Vijay Pratap Singh
Faridabad. Badkhal’s former candidate and senior Congress leader Vijay Pratap Singh said that the Congress is opposing these agricultural bills that the government is lying and misleading people. Farmers, farmers organizations, adhatis and Congressmen want that these bills are anti-farmer and should be withdrawn, because neither the farmers were talked to nor the adhatis.
विजय प्रताप सिंह फरीदाबाद में मीडिया से बात कर रहे थे।
उन्होंने पत्रकारों से कहा कि सरकार ने कृषि विधेयकों के नाम पर कौन सी चोरी की है कि सरकार ने किसान संगठनों और किसानों से दूरी बना ली।
किसानों के बारे में उन्होंने कहा कि उनकी कई किसानों और किसान संगठनों से बात हुई है। सभी किसान चाहते हैं कि किसान का माल एमएसपी पर सरकार के लिए आढ़ती खरीदें। आज सरकार ने जिंस खरीद प्रणाली से आढ़तियों को हटाया है और कल वह स्वयं हो हटा लेगी। यह बात किसान को स्वीकार नहीं है। यह किसानों की असुरक्षा की बात है।
पूर्व मंत्री महेंद्र प्रताप सिंह के पुत्र विजय प्रताप ने कहा कि सरकार इस प्रणाली में प्राईवेट प्लेयर्स को लाना चाहती है। ताकि वे डायरेक्ट परचेज करें। किसान के पास जब कोई विकल्प नहीं बचेगा, तो उसे एमएसपी से नीचे माल बेचना पड़ेगा। किसान एमएसपी लागू कैसे करवाएंगे। जब सरकार प्राईवेट प्लेयर्स को ला रही है और व डायरेक्ट परचेज करेंगे, तो किसान का तो उस पर कोई जोर नहीं है, वह एमएसपी लागू कैसे करवाएगा।
उन्होंने कहा कि किसान की आढ़ती पर तो दबिश है। इसलिए उसे एमएसपी पर माल लेना पड़ेगा और आढ़ती से सरकार को भी लेना पड़ेगा। प्राईवेट प्लेयर्स पर कोई दबिश नहीं है, वह एमएसपी पर माल नहीं लेगा। उन्होंने कहा कि प्राईवेट प्लेयर्स के दबाव में छोटा किसान कहां जाएगा। छोटा किसान क्या अपना माल बाहर भेजने के लिए ढुलाई करेगा।