नई दिल्ली। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ हर्षवर्धन ने रविवार को स्वीकार किया कि देश के कुछ जिलों में सीमित संख्या में कोरोना वायरस का कम्युनिटी ट्रांसमिशन हुआ है। उन्होंने कहा कि पूरे देश में कम्युनिटी ट्रांसमिशन नहीं हुआ है। स्वास्थ्य मंत्री ने अपने साप्ताहिक सोशल मीडिया कार्यक्रम संडे संवाद में यह बात कही है।
Health Minister Harsh Vardhan accepted corona’s community transmission
New Delhi. Union Health Minister Dr. Harsh Vardhan on Sunday admitted that there has been a limited number of community transmission of corona virus in some districts of the country. He said that there has been no community transmission across the country. The Health Minister said this in his weekly social media program Sunday Samvad.
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की ओर से दिए गए बयान जिसमें राज्य के कुछ क्षेत्रों में कम्युनिटी ट्रांसमिशन शुरू होने की बात को स्वास्थ्य मंत्री ने भी स्वीकार किया।
उन्होंने कहा कि यह कुछ घनी आबादी वाले क्षेत्रों में होने की उम्मीद है।
उन्होंने कहा कि कुछ राज्यों के कुछ क्षेत्रों में कम्युनिटी ट्रांसमिशन की सूचना मिली है, लेकिन पूरे देश में ऐसा नहीं है।
हालांकि केंद्र सरकार का भारत में कोरोना के सामुदायिक प्रसारण से अब तक इनकार किया है।
इससे पहले केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने जुलाई में ही अपने राज्य में सामुदायिक प्रसारण की पुष्टि की थी।
केरल में पिछले दिनों कोरोना वायरस संक्रमण के मामलों में वृद्धि के मद्देनजर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने रविवार को कहा कि राज्य ओणम उत्सव के दौरान बरती गई लापरवाही की कीमत अदा कर रहा है।
हर्षवर्धन ने कहा कि यह सभी राज्य सरकारों के लिए एक अच्छा सबक होना चाहिए जो त्योहारों की योजना को लेकर लापरवाही बरत रही हैं। केरल में शनिवार को संक्रमण के मामलों की संख्या 3.3 लाख हो गई, वहीं मृतक संख्या 1139 पर पहुंच गई। ओणम (22 अगस्त) से पहले राज्य में संक्रमण के करीब 54000 मामले थे, वहीं करीब 200 लोगों की मौत कोविड-19 की वजह से हुई थी।
संडे संवाद के छठे एपिसोड में सोशल मीडिया पर अपने फॉलोअर्स से संवाद में हर्षवर्धन ने अपने इस अनुरोध को दोहराया कि कोविड-19 संक्रमण के जोखिम से बचने के लिए घर में ही परंपरागत तरीके से परिजनों के साथ उत्सव मनाएं।
उन्होंने भरोसा दिलाया कि देश में मेडिकल ऑक्सीजन की कमी नहीं है और सरकार महामारी के कारण मांग में किसी भी बढ़ोतरी की भरपाई के लिए उत्पादन की क्षमता बढ़ाने को तैयार है।