फरीदाबाद नगर निगम के खिलाफ 26 गांव के युवा हुए लामबंद, 12 सितंबर को करेंगे महापंचायत

फरीदाबाद। नगर निगम पहले का शहर का संपूर्ण विकास करे, फिर अपना दायराा बढ़ाये। फरीदाबाद के 26 गांवों को नगर निगम में शामिल करने के चलते कल 12 सितंबर दिन शनिवार को गांव चंदावली में युवाओं की युवा महापंचायत का आयोजन किया जायेगा, जिसमें 26 गांवों के युवा समाजसेवी सम्मलित होंगे। यह युवा महापंचायत सुबह 10ः30 बजे गांव चंदावली की पंचायत वाटिका में आयोजित की जायेगी।

26 village youths mobilize against Faridabad Municipal Corporation, will conduct mahapanchayat on September 12

Faridabad. The municipal corporation should first develop the entire city, then increase its scope. Due to the inclusion of 26 villages of Faridabad in the Municipal Corporation, a youth mahapanchayat of youth will be organized in the village Chandavali on Saturday, September 12, which will include youth social workers from 26 villages. This Yuva Mahapanchayat will be held at 10:30 am in the Panchayat Vatika of village Chandavali.

यह जानकारी युवा महापंचायत के आयोजक जसवंत पवार ने दी है।

जसवंत पवार ने कहा कि वह 26 गांवो को नगर निगम में मिलाने का पुरजोर तरीके से विरोध करते हैं और फरीदाबाद नगर निगम से अपील करते हैं कि पहले निगम फरीदाबाद को स्वच्छ, सुंदर और साफ सुथरा बनाएं, फिर शहर के 40 वार्डों को स्वच्छ पानी, अच्छी सड़कें,  अच्छी सीवरेज सुविधा उपलब्ध कराएं, उसके बाद अपना दायरा बढ़ाएं। इसलिये हरियाणा सरकार और फरीदाबाद नगर निगम प्रशासन से अपील है कि जन भावनाओं के खिलाफ कोई भी फैसला ना लें, आपने 26 गांव को नगर निगम में मिलाने का जो आदेश पारित किया है जन भावनाओं को देखते हुए उसे रद्द करें।

जसवंत पवार ने कहा कि हाल ही में अभी कुछ दिनों पहले खबरों के माध्यम से पता लगा कि लगभग 50 करोड़ रूपये बिना जमीन पर कोई कार्य किए ही कागजों में पास करा लिये गये और जब इस बात का खुलासा हुआ तो नगर निगम के अकाउंट विभाग में आग लग गई या फिर लगा दी गई। इसके खुलासे के लिए भी जांच कमेटी जांच में लगी हुई है। जब इस छोटे से शहर फरीदाबाद में इतने बड़े-बड़े घोटाले हो सकते हैं तो फिर जिन गांव में इतना मोटा पैसा उनकी स्वयं पंचायतों का एफडी के साथ पड़ा हुआ है। वह सैकड़ों करोड़ों की संपत्ति उनकी पड़ी हुई है। ये अधिकारी या इनसे संबंधित आला अधिकारी उन गांव कैसे संभाल सकते हैं ये सोचने वाली बात है और जिस तरह से 26 गांवों को नगर निगम में शामिल करने के काम में बहुत तेजी से अमल किया जार रहा है उससे सभी ग्रामीणों को शंका हो रही है। यदि यह 26 गांव नगर निगम में शामिल हो गए तो ग्रामीण जनजीवन पूरी तरह अस्त-व्यस्त हो जाएगा और कितने तरह के टैक्सों द्वारा ग्रामीणों को छला जाएगा। इसलिये गांव चंदावली में हो रही युवाओं की युवा महापंचायत में आगे की रणनीति पर फैसला लिया जायेगा।

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