फरीदाबाद की कंपनी कर रही श्री राम लला मंदिर के पत्थरों की सफाई

फरीदाबाद। यह औद्योगिक नगर राम लला मंदिर में कार सेवा के साथ ईंट दान में भी आगे रहा है। अब इस शहर का नाम प्रभु श्री राम लाल के अयोध्या स्थित मंदिर के निर्माण से सीधे जुड़ गया है। यहां की एक कंपनी राम लाल मंदिर के पुराने और पीले-काले पड़ गए पत्थरों को आधुनिक तकनीक से चमकाने का प्रयास कर रही है, ताकि राम लला के भव्य मंदिर का निर्माण हो सके।

Company of Faridabad is cleaning the stones of Shri Ram Lala temple

Faridabad. It has also been a frontrunner in brick donation with Kar Seva for this industrial city of Ram Lala Mandir in Ayodhya. Now the name of this city is directly linked to the construction of the temple of Lord Sri Ram Lal in Ayodhya. A company here is trying to make the old and yellow-black stones of Ram Lal Mandir shine with modern technology to build the grand temple of Ram Lala.

सेक्टर 19 निवासी रामभक्त संदीप गर्ग के नेतृत्व में उनकी कंपनी केएलए कंस्ट्रक्शन अयोध्या में राम लला के पत्थरों को चमकाने का काम कर रही है।

श्री राम जन्मभूमि न्यास के महासचिव ने संदीप गर्ग की इस कंपनी की विशेषज्ञता को देखते हुए इस कार्य के लिए अनुबंधित किया है।

मंदिर की कार्यशाला में राम मंदिर की एक मंजिल के लिए कराब सवा लाख घन फुट पत्थर तराशकर रखे गए हैं।

लगभग 28 वर्षों से खुले आसमान में होने के कारण इन पत्थरों ने धूप, बरसात, गर्मी-सर्दी, सब कुछ सहन किया है। इसलिए इन पत्थरों पर काई जम गई है और इनका रंग-रूप बिगड़ गया है।

यह नक्काशीदार स्टोन कॉलम बता रहा है कि केएलए कंस्ट्रक्शन द्वारा सफाई के पश्चात कैसा दिख रहा है और उससे पहले कैसा था।

पत्थरों को चमकाने लिए जर्मन कंपनी एकेमी सहित कई देसी-विदेशी कंपनियों ट्रायल दिया था।

इसमें फरीदाबाद की केएलए कंपनी का चयन किया गया।

ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने बताया कि हम स्वदेशी के पोशक हैं। इसीलिए स्वदेशी कंपनी का चयन किया गया है।

श्री राम जन्मभूमि न्यास के ट्रस्टियों के साथ केएलए कंस्ट्रक्शन के सीईओ संदीप गर्ग कार्यशाला का निरीक्षण करते हुए

उन्होंने कहा कि अन्य कंपनियों की तुलना में केएलए कंपनी का काम अच्छा है। उनके द्वारा दिए गए ट्रायल के बाद कुछ पत्थर ऐसे चमक गए हैं कि जैसे उन्हें अभी तराश गया हो।

केएलए कंस्ट्रक्शन की क्लीन एंड क्योर शाखा के सीईओ संदीप गर्ग ने बताया कि ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय और ट्रस्टी डॉ. अनिल मिश्र उनके कार्य से खुश है। ट्रस्ट की ओर से पत्थरों की सफाई के लिए हरी झंडी दे दी गई है। हमने इस कार्य को तेजी से करने का निर्णय लिया है।

उन्होंने बताया कि उन्होंने 20 कर्मचारियों को पत्थर चमकाने के लिए तुरंत अयोध्या भेज दिया था।

केएलए कंस्ट्रक्शन के कर्मचारी काई से काले पड़ चुके पत्थरों को चमकाने का कार्य हुए

गर्ग बताते हैं कि लगभग सवा लाखा घन फुट तराशा हुआ पत्थर है। इसलिए इनकी साफ-सफाई में करीब तीन माह लग जाएंगे।

गर्ग के अनुसार पत्थरों की चमक धूमिल हो गई है। उनमें गहराई तक काई जम गई है। इसलिए उन्हें पुनः चमकाने के लिए कड़ी मशक्कत करनी पड़ रही है।

मंदिर कार्यशाला में दर्शन के लिए आने वाले कुछ भक्तों ने पत्थरों पर अपने नाम अंकित कर दिए हैं। गर्ग कहते हैं कि इन नामों का हटाना भी कठिन सिद्ध हो रहा है।

उन्होंने बताया कि काम बहुत संभल कर किया जा रहा है। ये तराशे गए पत्थर हैं। इन पत्थरों के साथ जरा भी असावधानी उन्हें चटका सकती और खंडित कर सकती है। बहुत भारी पत्थर भी हैं, जिन्हें क्रेनों से हटाया जा रहा है। जरा सी भी चूक होने पर पत्थरों के टूटने का भी खतरा बना हुआ है।

केएलए कंस्ट्रक्शन द्वारा नक्काशीदार पत्थरों को चमकार पैक किया जा रहा है।

उन्होंने बताया कि राम मंदिर के पुराने पड़ चुके पत्थरों को साफ करने के लिए स्टोन क्लीनर, एल्गो रिमूवर, स्टेन रिमूवर, रस्ट रिमूवर, सीमेंट रिमूवर, पेंट रिमूवर सहित 23 प्रकार के रसायनों का उपयोग किया जाएगा।

उन्होंने बताया कि राम मंदिर के लिए जो पत्थर तरासे गए हैं, उनकी आयु लगभग एक हजार साल है।

वे बताते हैं कि उनकी कंपनी ऐतिहासिक धरोहरों, बिल्डिंगों, मठ-मंदिरों के सौंदर्यीकरण एवं उनकी साफ-सफाई का काम वर्षों से करती आ रही है।

केएलए कंस्ट्रक्शन की क्लीन एंड क्योर शाखा के सीईओ संदीप गर्ग

संदीप गर्ग बताते हैं कि यह उनकी तकनीकी कार्य है। किंतु उन्हें सर्वाधिक खुशी इस बात की हो रही है कि राम मंदिर के निर्माण में लाखों और करोड़ों जन किसी न किसी प्रकार जुड़े हुए हैं। इस पुण्य कार्य में उनका भी अणु योगदान है। ऐसा पुनीत कार्य करके वे स्वयं को आह्लादित और बड़भागी अनुभव करते हैं।

उन्होंने कहा कि वे प्रभु श्री राम के आभारी हैं कि उन्होंने अपने कार्य के लिए उनका चयन किया है। उनके परिवार के सभी लोग भी इस कार्य से अत्यंत हर्षित हैं। उनकी सहधर्मिणी और बच्चे भी पत्थर चमकाने के कार्य के बारे में सदैव अपडेट लेते हैं, रुचि लेते हैं और उनका मनोबल बढ़ाते हैं।

 

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