यमुनानगर। पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं भाजपा नेता चौधरी बिरेंद्र सिंह ने अपने बेबाक अंदाज में कहा कि बरोदा उपचुनाव में कहीं ना कहीं चूक हुई है। उन्होंने कहा कि वोट प्रतिशत 36 से बढ़कर 40 प्रतिशत हुआ है, लेकिन यह भी सही है कि बीजेपी का ग्रामीण परिपेक्ष में काडर मजबूत करने के लिए अभी बहुत काम करने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि बरोदा उपचुनाव में हार का कारण तीन कृषि कानून भी रहे हैं।
BJP’s tall leader said this is the reason for the defeat in Baroda
Yamunanagar. Former Union Minister and BJP leader Chaudhary Birendra Singh said in his impeccable style that there was some lapse in the Baroda by-election. He said that the vote percentage has increased from 36 to 40 percent, but it is also true that a lot of work needs to be done to strengthen the cadre of the BJP in the rural context. He said that three agricultural laws have also been the reason for the defeat in Baroda by-election.
चौधरी बीरेंद्र सिंह ने अपने अंदाज में गठबंधन पर सवाल उठाकर भाजपा के लिए भी मुश्किलें पैदा कर दी हैं, अब देखना होगा उनके इस बयान को भाजपा-जजपा नेता किस संदर्भ में लेते हैं।
पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा कि राज करने से काडर मजबूत नहीं होता। उन्होंने कहा कि यह भी चिंतन करने की जरूरत है कि अगर भाजपा जजपा गठबंधन चलाना है तो उसे कारगर बनाना होगा, वरना गठबंधन से लाभ नहीं होगा।
उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय दल अपने पैरों पर खड़ा होना चाहिए वरना महाराष्ट्र में देखा गठबंधन करने वाले ही छोड़ कर चले गए।
उन्होंने कहा कि डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला मेरी पत्नी को हराकर डिप्टी सीएम बने हैं मैं उनके बारे में कुछ कहूंगा अच्छा नहीं लगता।
बिरेंदर ने कहा कि 2013 से मोदी के नेतृत्व में बीजेपी मजबूत स्थिति में आ रही है। इसलिए गठबंधन को अलग करके पार्टी को मजबूत करें। ताकि किसी पर डिपेंड न रहना पड़े। उन्होंने कहा कि गठबंधन से क्षेत्रीय पार्टियों को बल मिलता है।
भाजपा नेता ने यह भी कहा की बरोदा उपचुनाव के हार के तीन कानून भी एक कारण रहे हैं।
उन्होंने कहा कि इन कानूनों को किसानों ने गलत माना है। बीरेंद्र ने कहा कि कानून ठीक है, बीजेपी के ग्रास रूट के लोगों ने लोगों को समझाने की कोशिश नहीं की।