फरीदाबाद। साइबर अपराध शाखा ने एक बहुत ही बड़े गिरोह का पर्दाफाश किया है, जो लोगों को काल कर अपने आपको टेलीकॉम कम्पनी का कर्मचारी बताते थे और फिर लोगों के सिम कार्ड को 3जी से 4जी में अपग्रेड करने का झांसा देकर उनके अकांउट से पैसे निकालने की वारदात को अंजाम देते थे। साइबर अपराध शाखा सिम अपग्रेडेशन के बहाने लोगों के खाते पैसे उड़ाने वाले 5 आरोपियों को बिहार से गिरफ्तार किया है।
Faridabad: 5 arrested of gang for fraudulent withdrawal from bank
Faridabad. The cyber crime branch has exposed a very large gang, who used to call people and call themselves employees of the telecom company and then tried to take money out of their account by encouraging people to upgrade the SIM card from 3G to 4G. Used to do Five accused of blowing money of people on the pretext of sim upgrade. Cyber crime branch have been arrested from Bihar.
एसीपी धारणा यादव ने इस बारे में जानकारी देते हुए बताया कि आरोपियों ने पीड़ित मुनीश कुमार जैन निवासी केनवुड टावर, चार्मवुड विलेज, फरीदाबाद से इसी तरह झांसा देकर अलग-अलग बैंक खातों से करीब 2 लाख 30 रुपए धोखाधडी से निकाल लिए थे। इस पर पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ 24 जुलाई, 2020 धारा 406,419,420,380, 467, 471, 120बी भा.द.स. के तहत थाना सुरजकुंड मे 356 नंबर मुकदमा में दर्ज किया था।
वारदात पर संज्ञान लेते हुए पुलिस कमिश्नर ओपी सिंह ने आरोपियों को जल्द पकड़कर सलाखों के पीछे भेजने के निर्देश दिए थे।
डीसीपी मकसूद अहमद के मार्गदर्शन में निरीक्षक बसन्त कुमार, प्रभारी साइबर अपराध शाखा के नेतृत्व में अनुसंधान अधिकारी उप निरीक्षक राजेश कुमार व उप निरीक्षक योगेश कुमार, स.उ.नि. बाबूराम, स.उ.नि. सत्यवीर, मु.सि. दिनेश कुमार, मु.सि. नरेन्द्र कुमार, सिपाही अंशुल, की एक टीम का गठन किया।
साईबर टीम ने अपने सूत्रों व आधुनिक तकनीक का प्रयोग व मेहनत से अपनी जान का जोखिम उठाते हुए अपराधियों को नक्सलाइट ऐरिया के जामताड़ा, गिरडी और देवधर से गिरफतार करने में सफलता हासिल की।
धारणा यादव ने बताया कि आरोपी टेलीकाम कम्पनी के कर्मचारी बनकर लोगो के पास काल करते थे और उनकी सिम को 3जी से 4जी व एडवांस 5जी कंपीशिएबल सिम में अपग्रेड करने का झांसा देते थे।
उसके बाद आरोपी लोगों को उनकी सिम कार्ड नंबर से अपनी बलैक सिम का आईएमएसआई नंबर कस्टमर केयर नंबर पर भेजने को कहते थे। लोगों के सिम कार्ड को अपनी सिम पर एक्टिवेट कर आई-फोन व लिंक बैक अकांउट को हैककर नेट बैंकिग के जरिए उनके खाता से पैसे निकाल लेते थे।
इंस्पेक्टर बसंत प्रभारी साइबर अपराध शिकायत शाखा ने बताया कि नेट बैंकिंग के जरिए खातों को चलाने के लिए रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर की जरूरत होती है, तो आरोपी लोगों के मोबाइल नंबर को अपनी सिम पर चालू करा लेते थे, ताकि वह ओटीपी अपने मोबाइल फोन पर मंगा सकें और आसानी से पैसे निकाल सकें।
एक मोबाइल नंबर को दूसरे सिम पर चालू कराने के लिए पहले से ही चालू सिम के द्वारा कस्टमर केयर के नंबर पर ब्लैंक सिम के आईएमएसआई नंबर मैसेज किये जाते हैं, जिस पर पुरानी सिम कार्ड नंबर बंद हो कर नई सिम कार्ड पर चालू हो जाते हैं।
इसी तरह आरोपियों ने अपने आप को ऐयरटेल टेलीकाम कम्पनी का कर्मचारी बनकर काल की व सिम को अपग्रेड करने का झांसा देकर उपरोक्त पीडित के आईसीआईसीआई के बैंक अकांउट से धोखाधडी से 2 लाख 30 हजार रुपए निकाल लिए थे।
साईबर सेल ने इन आरोपियों को बिहार गिरफ्तार कर, आरोपियों से 1 लाख 25 हजार रुपए नकद और 12 मोबाइल फोन व सिम कार्ड बरामद किए हैं। आरोपियों को अदालत में पेश कर नीमका जेल भेजा गया है।
गिरफ्तार आरोपी ये हैं
1. सौरव पुत्र स्व रोशन लाल निवासी मकान नंबर 27 महोल्ला नंबर 30, जलंन्धर केन्ट, सदर बाजार, जालंन्धर, पंजाब।
2. अजय मंडल पुत्र भीम मंडल निवासी गांव डाभा केन्द्र, पोस्ट सिन्धरी, थाना नारायणपुर, जिला जामताड़ा हाल सहाना , पोस्ट बेना थाना व जिला जामताडा, झारखंड।
3. भरत कुमार मंडल पुत्र खूब लाल मंडल निवासी गांव दारवे पोस्ट जगदीशपुर, थाना मधुपुर, जिला देवधर, झारखंड।
4. शत्रुघ्न मंडल उर्फ चरकू पुत्र खूब लाल मंडल निवासी गांव दारवे पोस्ट जगदीशपुर, थाना मधुपुर, जिला देवघर, झारखंड।
5. नरेन्द्र कुमार मंडल उर्फ लालू पुत्र रामू मंडल निवासी दारवे थाना मधुपुर, जिला देवधर, झारखंड।