सोमवार व्रत की विधि क्या है?   

 

सोमवार व्रत: भगवान शिव की कृपा प्राप्त करने का सरल तरीका

सोमवार का व्रत भगवान शिव को समर्पित होता है। यह व्रत पूरे वर्ष भर रखा जा सकता है, लेकिन सावन महीने में इसका विशेष महत्व होता है। मान्यता है कि सोमवार का व्रत रखने से भगवान शिव की कृपा प्राप्त होती है और सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं।

सोमवार व्रत की विधि:

1. प्रारंभ:

  • सोमवार को सूर्योदय से पहले उठकर स्नान करें और स्वच्छ वस्त्र पहनें।
  • अपने पूजा स्थान को साफ और गंगाजल से धो लें।
  • भगवान शिव की प्रतिमा या शिवलिंग स्थापित करें।

2. पूजा:

  • भगवान शिव पर गंगाजल, दूध, दही, घी और शहद से अभिषेक करें।
  • बेलपत्र, धतूरा, आक, कमल और अन्य फूल चढ़ाएं।
  • दीपक और अगरबत्ती जलाएं।
  • “ॐ नमः शिवय” मंत्र का जाप करें या अपनी पसंद का कोई शिव मंत्र 108 बार जप करें।
  • भगवान शिव की आरती गाएं।
  • प्रसाद चढ़ाएं और भोग लगाएं।

3. व्रत:

  • पूरे दिन फलाहार ग्रहण करें। नमक, लहसुन, प्याज और मसालेदार भोजन का सेवन न करें।
  • दिनभर सकारात्मक विचार रखें और मन को शांत रखें।
  • शाम को सूर्यास्त के बाद व्रत खोलें।

4. व्रत का पारण:

  • सबसे पहले भगवान शिव की आरती करें और उन्हें भोग लगाएं।
  • फिर, फलाहार ग्रहण करें।
  • दान-पुण्य करें।

सोमवार व्रत के नियम:

  • सोमवार को मांस, मदिरा और लहसुन-प्याज का सेवन नहीं करना चाहिए।
  • ब्रह्मचर्य का पालन करना चाहिए।
  • झूठ नहीं बोलना चाहिए और किसी को कष्ट नहीं देना चाहिए।
  • नकारात्मक विचारों से बचना चाहिए और मन को शांत रखना चाहिए।

सोमवार व्रत के लाभ:

  • सोमवार का व्रत रखने से भगवान शिव की कृपा प्राप्त होती है।
  • इस व्रत से पापों का नाश होता है और मोक्ष की प्राप्ति होती है।
  • ग्रहों के दोष दूर होते हैं और कुंडली में शुभता आती है।
  • अविवाहित लड़कियों को अच्छे वर की प्राप्ति होती है।
  • संतान प्राप्ति में भी सफलता मिलती है।

इस वर्ष सावन का पहला सोमवार 22 जुलाई, 2024 को होगा। आप भी इस पवित्र अवसर पर भगवान शिव की पूजा करके उनका आशीर्वाद प्राप्त कर सकते हैं।

Related posts