हुड्डा ने खट्टर को बरोदा से चुनाव लड़ने की दी चुनौती

सोनीपत। पूर्व मुख्यमंत्री और नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने मौजूदा मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर को चुनौती देते हुए कहा कि अगर सरकार को अपने विकास कार्यों पर भरोसा है, तो मुख्यमंत्री को खुद बरोदा उप-चुनाव में बतौर उम्मीदवार उतरना चाहिए। अगर खट्टर उप-चुनाव लड़ते हैं, तो वे उनके सामने चुनाव लड़ने के लिए तैयार हैं। अगर ऐसा होता है, तो 2024 के बजाय बरोदा उप-चुनाव में ही सरकार के विकास कार्यों और उसकी लोकप्रियता का फैसला हो जाएगा।

Hooda challenge Khattar to contest from Baroda

भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने ड्यूटी के दौरान शहीद हुए दोनों पुलिसवालों के घर जाकर उन्हें श्रद्धांजलि दी और परिजनों के प्रति अपनी संवेदनाएं प्रकट की।

मीडिया से बातचीत में विपक्ष के नेता हुड्डा ने मुख्यमंत्री खट्टर के बरोदा में दिए बयान को गैर जिम्मेदाराना करार दिया।

भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि जिम्मेदार पद पर बैठकर मुख्यमंत्री को ऐसी हल्की बयानबाजी नहीं करनी चाहिए। उन्हें हिस्सेदारी का प्रलोभन देने के बजाय बरोदा की जनता को आश्वासन देना चाहिए था कि वो यहां का विकास करवाएंगे, क्योंकि वो बरोदा समेत पूरे हरियाणा के मुख्यमंत्री हैं।

हुड्डा ने कहा कि 6 साल राज करने के बाद भी मुख्यमंत्री के पास बरोदा में गिनवाने के लिए एक भी काम नहीं है। जबकि कांग्रेस सरकार के दौरान बरोदा में बिजली, पानी, रोजगार, सड़क, स्कूल, स्वास्थ्य, सिंचाई, कृषि और व्यापार हर क्षेत्र में जमकर विकास हुआ। सच तो ये है कि बरोदा ही नहीं बीजेपी सरकार के पास पूरे हरियाणा में गिनवाने के लिए कोई भी बड़ा काम नहीं है।

नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि बीजेपी सरकार ने प्रदेश पर कर्ज को बढ़ाकर 60 हजार करोड़ से 2 लाख करोड़ कर दिया। बावजूद इसके बीजेपी ने पूरे कार्यकाल में कोई बड़ी यूनिवर्सिटी, मेडिकल कॉलेज, बड़ा संस्थान, बड़ा उद्योग, नई रेलवे लाइन या मेट्रो लाइन स्थापित नहीं की।

हुड्डा ने कहा कि क्राइम ही नहीं करप्शन के मामले में भी बीजेपी सरकार नए रिकॉर्ड स्थापित कर रही है। धान खरीद, माइनिंग और शराब घोटाला सबके सामने है।

पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि आज देश और प्रदेश की जनता 5-सी से घिरी हुई है। चीन और कोरोना से तो पूरी दुनिया ही परेशान है। लेकिन हरियाणा की जनता पर करप्शन, क्राइम और कास्टिज्म की अलग मार पड़ रही है।

उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार में जो हरियाणा विकास, निवेश, खेलकूद और रोजगार में अव्वल हुआ करता था, वो आज क्राइम, करप्शन, बेरोजगारी और नशे में टॉप पर है। क्राइम का आलम ये है कि आज ना आमजन सुरक्षित है और न ही पुलिस वाले। सरेआम हत्याएं हरियाणा में आम बात हो गई है।

उन्होंने कहा कि गोहाना में जिन दो पुलिसवालों की हत्या की गई है, उनके परिवारों की मांग मानते हुए सरकार को उन्हें यूपी की तरह 1-1 करोड़ रुपये आर्थिक मदद और परिवार में एक-एक सरकारी नौकरी देनी चाहिए।

Related posts