देखें वीडियोः जसाना के पति-पत्नी के पास थे आपत्तिजनक फोटो, करते थे ब्लैकमेल, इसलिए भाभी के भाई ने की हत्या

फरीदाबाद। पुलिस ने तिगांव थानांतर्गत जसाना गांव में 11 अगस्त को हुए दोहरे हत्याकांड को सुलझा लिया है और इस मामले में 4 हत्यारोपियों को गिरफ्तार किया है। पुलिस का कहना है कि मृतक और मृतका परिवार की ही एक महिला को ब्लैकमेल करते थे। इसलिए महिला के भाई ने दोनों की हत्या की है।

Watch video: Jasana’s husband and wife had objectionable photos, used to blackmail, so Bhabhi’s brother murdered

Faridabad. The police have solved the double murder on August 11 in Jasana village under Tigaon and arrested 4 murderers in this case. Police say that the deceased used to blackmail a woman from the family. Therefore, the woman’s brother has killed both.

प्राप्त जानकारी के अनुसार मंगलवार की दोपहर को जसाना स्थिल घर में घुसकर चार्टर्ड अकाउंटेंट (सीए) सुखबीर और उनकी पत्नी मोनिका की हाथ-पैर बांधकर हत्या कर दी गई थी।

सुखबीर और मोनिका को गोली मारी गई थी।

हत्यारों ने दोनों के हाथ-पैर बांधने के लिए सर्जिकल टेप का इस्तेमाल किया था।

मोनिका का मायका इसी गांव में है।

जबकि सुखबीर फतेहपुर चंदीला का निवासी है।

शादी के बाद दोनों जसाना में ही मकान बनाकर रहने लगे थे।

शुक्रवार दोपहर को एसीपी धारणा यादव ने मामले का मीडिया के सामने खुलासा किया।

एसीपी ने बताया:

  • जसाना गांव में 11 अगस्त को पत्नी और पत्नी की निर्मम हत्या हुई थी। उसे पुलिस ने 24 घंटे के अंदर सुलझा लिया गया है।
    चारों आरोपियों को गिरफ्तार भी कर लिया गया है।
  • इसमें मुख्य आरोपी विष्णु है, जो मृतका की भाभी का भाई है।
  • पूछताछ में पुलिस को विष्णु ने बताया कि उसकी बहन -यानि मृतका मोनिका की भाभी- की कुछ फोटो मृतका और
  • उसके पति के पास थीं।
  • इन फोटो को लेकर 3-4 महीने पहले ननद-भाभी के बीच बहस और झगड़ा हुआ था।
  • विष्णु का कहना है कि सुखबीर और मोनिका इन फोटो को लेकर उसकी बहन को ब्लैकमेल कर रहे थे।
  • यह बात रक्षाबंधन वाले दिन विष्णु को उसकी बहन ने बताई।
  • इसके बाद आरोपी ने निर्णय कर लिया कि इन दोनों को खत्म करना है।
  • इसलिए उसने अपने तीन अन्य साथी बुलाए और 11 अगस्त की दोपहर लगभग 2 बजे इस घटना को अंजाम दिया।
  • घटनास्थल के पास जो सीसीटीवी लगा था, उसकी फुटेज में ये चारों आरोपी आते-जाते हुए दिखाई दिए हैं।
  • फुटेज से ही विष्णु आईडेंटीफाई हो गया था।
  • विष्णु को गिरफ्तार करने के बाद शेष 3 साथियों का भी पता चल गया।
  • पुलिस अब दो लोगों का रिमांड लेगी, ताकि आगे का विवरण पता किया जा सके।
  • आगे की जांच में विष्णु की बहन से भी पूछताछ और जांच की जाएगी।
  • इस पूरी योजना के बारे में बहन को पता था या नहीं, यह भी पता लगाया जाना है।
  • दोनों को गोली मारी गई है। इसलिए वो वेपन भी बरामद किया जाएगा।
  • देसी कट्टे से फायर हुआ लगता है। देखने से 35 बोर का लगता है, लेकिन फोरेंसिक रिपोर्ट में ही सही स्थिति स्पष्ट हो पाएगी।
  • मौके से कुछ जेवर, कैस और दोनों मोबाइल फोन लूटे गए हैं।

ये हैं आरोपी

  • पुलिस के अनुसार 25 वर्षीय विष्णु दिल्ली के वजीराबाद का निवासी है।
  • उसे सेक्टर 29 के बाईपास रोड से गिरफ्तार किया गया है।
  • इसके अन्य 3 आरोपियों में एक 22 वर्षीय सोनू पुत्र कटार सिंह निवासी मेरठ को मेरठ से गिरफ्तार किया गया है।
  • मेरठ निवासी 22 वर्षीय यतिन को मेरठ से ही गिरफ्तार किया गया।
  • मेरठ निसासी कुलदीप उर्फ कैलाश को भी मेरठ से ही गिरफ्तार किया गया है।

घटनाक्रम

मोनिका के घर उसके पिता के यहां से दूध जाता था।

जसाना गांव में रहने वाले मोनिका के पिता रामबीर गांव में ही दूध की डेरी चलाते हैं।

मंगलवार शाम मोनिका दूध लेने नहीं पहुंची, तो मोनिका के पिता ने बेटे मनीष को मोनिका के घर दूध देकर आने को कहा।

वह रात करीब 9 बजे मोनिका के घर पहुंचा, तो वहां अंधेरा था।

मेन गेट व अन्य सभी दरवाजे खुले हुए थे।

मनीष ने अपनी बहन को आवाज दी, मगर किसी ने कोई जवाब नहीं दिया।

जब उसने अंदर जाकर लाइट जलाई, तो उसकी चीख निकल गई।

सुखवीर व मोनिका खून से लथपथ फर्श पर पड़े हुए थे।

उसके चीखने की आवाज सुनकर आस-पास के लोग आ गए।

यह खबर थोड़ी ही देर में गांव में फैल गई।

खबर पाकर गांव व परिवार के सभी लोग मौके पर आ गए।

इस घटना की सूचना पुलिस को दी गई।

सुखबीर मूल रूप से गांव फतेहपुर चंदीला का रहने वाला था।

जसाना गांव निवासी मोनिका से उनकी शादी दो मई, 2013 को हुई थी।

सुखबीर ने जसाना में ही जमीन लेकर घर बनाया था और वहीं पत्नी के साथ रहता था।

शादी के 7 साल बीतने के बाद भी अभी तक दोनों के कोई संतान नहीं थी।

सुखबीर ने अपने बड़े भाइयों के साथ बड़खल क्षेत्र में प्लास्टिक की बोतलें बनाने की फैक्टरी लगा रखी थी।

वह फैक्टरी के अकाउंट का काम भी खुद ही देखते थे।

मोनिका गृहिणी थीं।

मंगलवार को सुखबीर फैक्टरी नहीं गए थे।

सुखबीर मंगलवार को मोनिका को चेकअप के लिए डॉक्टर के पास लेकर गया था।

वहां से दोनों दोपहर करीब साढ़े 11 बजे घर आ गए थे।

पुलिस ने आस-पास लगे सीसीटीवी की फुटेज खंगाली, तो उसमें चार संदिग्ध नजर आए।

पुलिस को पास के ही एक मकान से सीसीटीवी फुटेज मिली है।

इससे पता चला कि मंगलवार दोपहर 1 बजकर 37 मिनट पर चार युवक दो बाइकों से मकान के पास गली में आए।

बाइकों को मकान से दूर खड़ा किया गया।

दोनों का मर्डर करने के बाद आरोपी 2 बजकर 18 मिनट पर वापस जाते दिखे।

दो युवक पहले घर से निकले, जिन्होंने बाइक स्टार्ट की और मकान के पास आकर खड़े हो गए।

कुछ ही देर बाद दो युवक मकान में से भागते हुए आए और बाइकों पर बैठ गए।

इसके बाद हत्यारे फरार हो गए।

पुलिस का कहना है कि सीसीटीवी फुटेज में नजर आ रहे आरोपियों ने ही घटना को अंजाम दिया है।

घर के हालात और मोनिका के शव को देख पुलिस को अंदेशा है कि बचाव के लिए मोनिका ने हत्यारों का विरोध किया था।

इसी वजह से घर में सामान भी फैला पड़ा मिला है।

हत्यारों ने पहले सुखवीर को काबू कर उसके हाथ-पैर बांधे होंगे, उसके बाद मोनिका को बांधा है।

सुखवीर जिस जगह पर मकान बनाकर रहता है, वहां पर आस-पास और पीछे के एरिया में सभी प्लॉट खाली हैं।

जबकि सामने पड़ोस में रहने वाले मकान मालिक घटना के समय घर पर नहीं थे।

यह परिवार किसी काम से बाहर गया हुआ था।

किसी ने भी गोली चलने की आवाज नहीं सुनी।

पति-पत्नी की बेरहमी से हत्या करने वाले हत्यारे पेशेवर माने जा रहे हैं।

सुखवीर ने अपने मकान के बाहर सीसीटीवी लगाया हुआ है।

हत्यारों ने घर में पहुंचने पर सबसे पहले गेट पर लगे सीसीटीवी कैमरे को तोड़ दिया।

उसके बाद वह घर में घुसे हैं।

बताया जाता है कि सुखवीर ने सीसीटीवी को अपने मोबाइल से कनेक्ट किया हुआ था।

लगता है कि बदमाशों को इस बात की जानकारी थी।

तभी वह पति-पत्नी का मोबाइल व लैपटॉप भी अपने साथ ले गए हैं।

ताकि किसी प्रकार का कोई सुराग नहीं बच सके।

 

 

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