डीएस ढेसी ने ली राजेश खुल्लर की जगह, बने सीएम के मुख्य प्रधान सचिव

चंडीगढ़। हरियाणा के रिटायर्ड आईएएस अधिकारी डीएस ढेसी को बड़ी जिम्मेदारी सौंपी गई है। डीएस ढेसी को हरियाणा सरकार में मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव नियुक्त किया गया है।

DS Dhesi replaced Rajesh Khullar as CM’s Chief Principal Secretary

Chandigarh. Retired IAS officer DS Dhesi of Haryana has been given a big responsibility. DS Dhesi has been appointed as the Principal Secretary to the Chief Minister in the Government of Haryana.

इससे पहले कल ही ढेसी ने एचईआरसी के चेयरमैन पद से इस्तीफा दिया था, जिसके बाद क्यास लगाए जा रहे थे कि डीएस ढेसी की सीएमओ में नियुक्ति होगी।

मुख्यमंत्री के मुख्य प्रधान सचिव पद पर अब तक राजेश खुल्लर थे, जिन्हें विश्व बैंक के कार्यकारी निदेशक का दायित्व मिला है। वे 25 अक्टूबर के बाद नए पद का दायित्व संभालेंगे।

हरियाणा सरकार ने ढेसी के लिए मुख्यमंत्री के चीफ प्रिंसिपल सेक्रेटरी (मुख्य प्रधान सचिव) का पद क्रिएट किया गया और सोमवार शाम इस पद पर उनकी नियुक्ति के आदेश जारी कर दिए।

हरियाणा में पंजाब की तर्ज पर पहली बार कोई अधिकारी मुख्यमंत्री का चीफ प्रिंसिपल सेक्रेटरी लगाया गया है।

पंजाब में यह प्रयोग इसी बार किया गया है।

वहां कांग्रेस सरकार ने मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह के चीफ प्रिसिपल सेक्रेटरी पद पर सुरेश कुमार की नियुक्ति कर रखी है।

मुख्यमंत्री को खुल्लर ने सोमवार सुबह ही अपने निवास पर बुला लिया था। लंबी मंत्रणा के बाद सोमवार शाम मुख्य सचिव विजयवर्धन ने दीपेंद्र सिंह ढेसी के मुख्यमंत्री के चीफ प्रिंसिपल सेक्रेटरी बनने संबंधी आदेश जारी किए।

ढेसी मूल रूप से हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा के रहने वाले हैं। उनकी गिनती मुख्यमंत्री मनोहर लाल के भरोसेमंद अधिकारियों में होती है।

ढेसी 1982 बैच के आइएस अधिकारी हैं।

प्रदेश के 32वें मुख्य सचिव के पद पर उनकी नियुक्ति 31 दिसंबर 2014 को हुई थी।

उन्हें केंद्र में डेपुटेशन से वापस बुलाकर मुख्य सचिव बनाया गया था।

ढेसी ने करीब पौने पांच साल तक मुख्य सचिव के पद पर कार्य किया और 30 जून 2019 को रिटायर हो गए थे।

रिटायरमेंट के बाद ढेसी को 16 अगस्त 2019 को हरियाणा विद्युत विनियामक आयोग (एचईआरसी) का चेयरमैन नियुक्त किया गया। ढेसी इस पद पर पूरे एक साल तक रहे और अब उनकी मुख्यमंत्री कार्यालय में जबरदस्त तरीके से एंट्री हो गई है।

मुख्यमंत्री के मौजूदा प्रिंसिपल सेक्रेटरी राजेश खुल्लर के वाशिंगटन डीसी जाने के तुरंत बाद सीएमओ में बड़ा बदलाव तय है। अगले आदेश तक राजेश खुल्लर ही सीएम के प्रधान सचिव बने रहेंगे।

फिलहाल सीनियर आइएएस अधिकारी वी उमाशंकर सीएम के अतिरिक्त प्रधान सचिव और आइआरएस अधिकारी योगेंद्र चौधरी भी इसी पद पर कार्य कर रहे हैं।

चंडीगढ़ के डीसी मनदीप बराड़ की धर्मपत्नी आईएएस आशिमा बराड़ सीएम की उप प्रधान सचिव हैं। उनसे पहले बराड़ उप प्रधान सचिव थे।

संभावना जताई जा रही है कि मुख्यमंत्री सीएमओ में किसी नए अधिकारी की एंट्री कराने के बजाय वी. उमाशंकर और योगेंद्र चौधरी को समान रूप से पावरफुल बना सकते हैं। मसलन दोनों अधिकारियों को सीएम का प्रधान सचिव नियुक्त किया जा सकता है और दोनों का काम अलग-अलग बांट दिया जाएगा, जिनकी रिपोर्टिंग चीफ प्रिंसिपल सेक्रेटरी डीएस ढेसी को होगी। आशिमा बराड़ को सीएम का अतिरिक्त प्रधान सचिव नियुक्त किया जा सकता है।

फिर होगा अधिकारियों के कामकाज का बंटवारा

मुख्यमंत्री मनोहर लाल के कार्यालय में हुए इस बड़े बदलाव के बाद अब अधिकारियों के कामकाज में बंटवारा तय है।

अभी तक मौजूदा प्रधान सचिव राजेश खुल्लर ही सुप्रीम पावर हैं। उनके पास दो दर्जन से अधिक विभागों का काम है।

सीएम के प्रिंसिपल ओएसडी नीरज दफ्तौर हैं। उन्हें मुख्यमंत्री का बेहद खास और भरोसेमंद माना जाता है। सीएमओ में ओएसडी, राजनीतिक सचिव और मीडिया सलाहकार भी काम कर रहे हैं।

जल्द ही सभी अधिकारियों, प्रिंसिपल ओएसडी और ओएसडी के बीच नए सिरे से कामों के लिए विभागों का बंटवारा हो सकता है।

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