फरीदाबाद में आरएसएस ने 79 स्थानों पर किया शस्त्र पूजन

फरीदाबाद। नौ दिन तक लगातार शक्तिदात्री माँ जगदम्बा की आराधना के उपरांत दसवें दिन शस्त्र पूजन कर विजय संकल्प लेने का दिन है विजयादशमी का पर्व। लेकिन यह विजय किसी व्यक्ति, समाज या देश पर नहीं बल्कि अधर्म पर धर्म की, असत्य पर सत्य की, अंधकार पर प्रकाश की और दानवता पर मानवता की विजय का दिन है। आज के दिन हम सब को भी अपने अंदर की कमियों व बुराइयों को दूर करने का संकल्प लेना होगा तभी हम अपने इस परम पुनीत भारत राष्ट्र को परम वैभव पर पहुंचाने के संकल्प को पूरा कर पाएंगे। यह विचार बल्लबगढ़ में आकाश सिनेमा के पार्क में आयोजित शस्त्र पूजन कार्यक्रम के अवसर पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ  के विभाग कार्यवाह अरुण परिहार ने व्यक्त किये।

In Faridabad, RSS worshiped weapons at 79 places

Faridabad. After the worship of Mother Jagadamba for nine consecutive days, on the tenth day, the day of Vijayadashami is the day of worshiping weapons and taking victory resolution. But this victory is not on any person, society or country, but on the religion of unrighteousness, truth on untruth, light on darkness and humanity’s victory over demonetisation. Today, all of us also have to take a pledge to remove the shortcomings and evils within us, only then we will be able to fulfill our resolve to bring this supremely beautiful nation to our supreme glory. This idea was expressed by Rashtriya Swayamsevak Sangh’s Department Workman Arun Parihar on the occasion of the Arms worship program organized in the Park of Akash Cinema in Ballabgarh.

सेक्टर 3 में आयोजित कार्यक्रम में बल्लबगढ़ जिला कार्यवाह गौरीदत्त ने उपस्थित जनों को सम्बोधित करते हुए कहा कि मर्यादा पुरुषोत्तम प्रभु श्रीराम ने आज ही के दिन दानवता के प्रतीक रावण को मार कर मानवता को विजयश्री दिलाई थी। एक वर्ष का अज्ञातवास भोगने के पश्चात् आज ही के दिन पांडवों ने शस्त्र पूजन कर कौरवों के अत्याचार, अनीति व अधर्म के विरुद्ध लड़ने और विजय प्राप्त करने का संकल्प लिया था ।

सेक्टर 19 में आयोजित कार्यक्रम में संघ के हरियाणा प्रान्त शारीरिक प्रमुख हेमराज ने कहा कि संघ शाखाओं के माध्यम से व्यक्ति निर्माण कर सामाजिक एवं राष्ट्रीय जीवन के भिन्न भिन्न क्षेत्रों में भेजता है और वो स्वयंसेवक समाज जीवन के भिन्न भिन्न क्षेत्रों में प्रशंशनीय एवं अग्रणी भूमिका निभा रहे हैं। अब वह दिन दूर नहीं जब संघ और समाज में कोई अंतर नहीं रह जायेगा, अर्थात पूरा हिन्दू समाज संघमय हो जायेगा और भारत माता को विश्वगुरु के सिंहासन पर विराजमान होते हम सब देखेंगे।

ज्ञात हो कि आज राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का स्थापना दिवस है, 1925 में विजयादशमी के दिन ही डॉ. केशव बलिराम हेडगेवार जी ने समस्त हिन्दू समाज को जागृत एवं संगठित कर भारत माता को पुनः विश्वगुरु के सिंहासन पर सुशोभित करने का संकल्प लेकर संघ की स्थापना की थी।

इस अवसर पर संघ प्रतिवर्ष पूरे देश में शस्त्र पूजन कर पथ संचलन के कार्यक्रम आयोजित करता रहा है परन्तु इस बार कोरोना महामारी के चलते पथ संचलन के कार्यक्रम नहीं किये गए और न ही कोई बड़े आयोजन किये गए।

फरीदाबाद पूर्वी महानगर में कुल 33 कार्यक्रम, फरीदाबाद पश्चिम महानगर में 30 तथा बल्लबगढ़ जिले में कुल 16 कार्यक्रम आयोजन किये गए।

संघ के विभाग संघचालक डॉ अरविन्द सूद ने इस अवसर पर कहा कि कोरोना नामक बीमारी से हमें स्वयं को भी बचाना है और अपने समाज को भी बचाना है, इसलिए मुंह पर मास्क के बिना घर से बाहर न निकलें और समाज में सभी के साथ दो गज की शारीरिक दूरी बनाकर रखें। सावधानी ही कोरोना से बचने का सर्वोत्तम उपाय है।

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